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भारतीय परम्परा में प्रचलित मुद्राओं की विधि एवं उद्देश्य... ...241 48. लीन कर्कट मुद्रा
लीन का अर्थ है- लय को प्राप्त, तन्मय, मग्न और कर्कट का अर्थ है केकड़ा।
यह मुद्रा शिकार आदि में निमग्न केकड़े की सूचक है। नाटक आदि में इस मुद्रा का प्रयोग उपरोक्त अर्थ के सन्दर्भ में होना चाहिए। यह संयुक्त मुद्रा है। विधि
दोनों हथेलियों को ऊर्ध्वाभिमुख रखें तथा अंगुलियों को परस्पर गुम्फित करते हुए हथेलियों को समभाग में रखने पर लीन कर्कट मुद्रा बनती है।36
लीन कर्कट मुद्रा
लाभ
चक्र- स्वाधिष्ठान एवं विशुद्धि चक्र तत्त्व- जल एवं वायु तत्त्व प्रन्थिप्रजनन, थायरॉइड एवं पेराथायरॉइड ग्रन्थि केन्द्र- स्वास्थ्य एवं विशुद्धि केन्द्र विशेष प्रभावित अंग- मल-मूत्र अंग, प्रजनन अंग, गुर्दे, कान, नाक, गला, मुंह, स्वर यंत्र।