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226... नाट्य मुद्राओं का एक मनोवैज्ञानिक अनुशीलन
प्रभावित अंग - निचला मस्तिष्क, स्नायु तंत्र, नाड़ी तंत्र, पाचन तंत्र, यकृत, तिल्ली, आँतें।
23. करतरी दण्ड मुद्रा
यह नाट्य मुद्रा दोनों हाथों से की जाती है। इसे डुनडुफ का सूचक माना
गया है।
विधि
हथेली
दायीं सामने की ओर,
तर्जनी और मध्यमा
कुछ पृथक-पृथक ऊपर की तरफ फैली
हुई, कनिष्ठिका किंचित झुकी हुई तथा अनामिका अंगूठे के अग्रभाग से स्पर्श
हथेली
करती हुई रहे। बायीं मध्य भाग में, अंगुलियाँ भीतर की
तरफ मुड़ी हुई तथा
तर्जनी का अग्रभाग
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करतरी दण्ड मुद्रा
अंगूठे के अग्रभाग से स्पर्श करते हुए रहने पर करतरी दण्ड मुद्रा बनती है। इस मुद्रा में दायां हाथ बायें हाथ पर रखा जाता है। 23
लाभ
चक्र- स्वाधिष्ठान एवं विशुद्धि चक्र तत्त्व- जल एवं वायु तत्त्व ग्रन्थि - प्रजनन, थायरॉइड एवं पेराथायरॉइड ग्रन्थि केन्द्र- स्वास्थ्य केन्द्र एवं विशुद्धि केन्द्र विशेष प्रभावित अंग - मल-मूत्र अंग, प्रजनन अंग, गुर्दे, कान, नाक, गला, मुँह, स्वर यंत्र।