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88... नाट्य मुद्राओं का एक मनोवैज्ञानिक अनुशीलन 3. कर्कट मुद्रा
कर्कट शब्द केकड़ा, एक प्रकार का सारस, कर्क राशि आदि अर्थों से सम्बन्धित है।
___ इस मुद्रा में दोनों हाथों की अंगुलियों को बाहर-भीतर मिलाकर कड़काते हैं। यह क्रिया आलस्य या शंख बजाने का भाव दिखाने के लिए की जाती है।
दर्शाये चित्र के अनुसार यहाँ कर्कट मुद्रा शंख बजाने के भाव को प्रदर्शित करती है।
शंख बजाते समय दोनों हाथ जिस स्थिति में रहते हैं इस मुद्रा में वही आकार दृष्टिगत होता है अत: इसे कर्कट मुद्रा कहते हैं। द्वितीय विधि
भरतमुनि के अनुसार दोनों हाथों की अंगुलियों के अग्रभागों को परस्पर में अन्तर रखते हए मिलाने पर कर्कट मद्रा बनती है।71
लाभ
कर्कट मुद्रा-2 चक्र- मूलाधार एवं आज्ञा चक्र तत्त्व- पृथ्वी एवं आकाश तत्त्व ग्रन्थि