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प्रतिष्ठा विधि का मौलिक विवेचन ...ivil अध्याय-5 : मंदिर निर्माण का मुहूर्त विचार
70-84 1. खनन मुहूर्त 2. शिलास्थापना मुहूर्त 3. वेदी निर्माण मुहूर्त 4. मंडप निर्माण मुहूर्त 5. किवाड़ स्थापना मुहूर्त 6. जिनप्रतिमा निर्माण मुहूर्त 7. शिला हेतु जाने का मुहूर्त 8. प्रतिष्ठा मुहूर्त।।
अध्याय-6 : जिनमन्दिर निर्माण की शास्त्रोक्त विधि 85-170 ___1. भूमि शुद्धि द्वार • भूमि कैसी हो? • शुभ भूमि के लक्षण • शुभ लक्षणवाली भूमि के फल • अशुभ भूमि के लक्षण • अशुभ लक्षणवाली भूमियों के फल • शुभाशुभ लक्षण वाली भूमियों के प्रकार एवं उसके फल • भूमि परीक्षण की विधियाँ • भूमि परीक्षा की अन्य विधि • शल्य शोधन की विधियाँ। ___2. दल विशुद्धि द्वार 3. भृतकानति सन्धान द्वार 4. स्वाशय वृद्धि द्वार 5. यतना द्वार 6. जिनालय निर्माणगत हिंसा निर्दोष कैसे? 7. जिनमंदिर निर्माण सम्बन्धी कुछ आवश्यक जानकारी 8. जिनालय : एक परिचय 9. जिनालय की अन्य रचनाएँ 10. मन्दिर निर्माण के उपविभागों का परिचय 11. प्रासादों के प्रकार एवं उनकी उत्पत्ति के कारण 12. मन्दिर निर्माण सम्बन्धी सावधानियाँ 13. जिनालय के परिसर में होने वाली अशुभताएँ एवं अपशकुन 14. जिनालय में संभावित महादोष 15. जिनालय निर्माण में सम्भावित वास्तु दोष 16. वास्तु पुरुष की स्थापना क्यों और कहाँ? अध्याय-7 : जिनबिम्ब निर्माण की शास्त्र विहित विधि 171-185
1. शिल्पकार कैसा हो? 2. शिल्पकार के प्रति कर्त्तव्य 3. दूषित शिल्पी के साथ मूल्य का निर्धारण क्यों? 4. श्रावक और शिल्पी का पारस्परिक व्यवहार 5. शिल्प निर्माण के अष्ट सूत्र 6. दिशा निर्णय 7. जिनप्रतिमा निर्माण प्रारम्भ का शुभ मुहूर्त 8. शिला लाने हेतु जाने का शुभ मुहूर्त 9. शिला की परीक्षा विधि 10. जिनप्रतिमा निर्माण विधि। अध्याय-8 : जिनप्रतिमा प्रकरण
186-204 1. मंदिर के गर्भगृह में किस आकार की प्रतिमा स्थापित की जाए? 2. गर्भगृह में प्रतिमा की स्थापना कहाँ हो? 3. प्रतिमा शब्द के विभिन्न अर्थ 4. प्रतिमा और मूर्ति में अन्तर 5. प्रतिमा के मुख्य प्रकार 6. प्रतिमाओं का प्राचीन