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viii... प्रतिष्ठा विधि का मौलिक विवेचन
इतिहास 7. प्रतिमाएँ किन आसनों में हो ? 8. जिन प्रतिमाएँ किन लक्षणों से युक्त हो ? 9. जिन प्रतिमाएँ किस वर्ण में निर्मित हो ? 10. गृह चैत्यालय और संघ चैत्यालय में प्रतिमा की ऊँचाई कितनी हो ? 11. प्राचीन प्रतिमा के सम्बन्ध में शुभाशुभ फल का विचार • हीनांग प्रतिमा का फल • खण्डित प्रतिमा का फल • विभिन्न द्रव्यों की प्रतिमा निर्माण का शुभाशुभ फल • प्रतिमा निर्माण के लिए शुभाशुभ द्रव्य • पोली एवं कृत्रिम द्रव्यों की प्रतिमा का निषेध 12. जिनमन्दिर की गिरती छाया का शुभाशुभ फल 13. क्या करें यदि ? किसे- कौनसे तीर्थंकर की प्रतिमा भरवानी चाहिए?
अध्याय - 9 :
205-227
1. चौबीस तीर्थंकरों के जन्म नक्षत्र आदि का कोष्ठक 2. तीर्थंकर राशि मेलापक चक्र 3. दिगम्बर परम्परानुसार चौबीस तीर्थंकर एवं प्रतिमा स्थापनकर्त्ता की नवांश राशि का मिलान चक्र ।
अध्याय- 10 : पंच कल्याणकों का प्रासंगिक अन्वेषण 228-273
1. तीर्थंकर : एक परिचय • तीर्थंकर परम्परा • तीर्थंकरत्व और अवतारवाद • तीर्थंकर का पुनर्जन्म क्यों नहीं ? • मात्र तीर्थंकर ही निर्वाण के अधिकारी नहीं? • कैसे बनते हैं तीर्थंकर ? • तीर्थंकर प्रकृति बन्ध के नियम • तीर्थंकर के अतिशय • तीर्थंकर परमात्मा के गुण 2. पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के सारगर्भित प्रयोजन 3. पाँच कल्याणकों का स्वरूप एवं वैशिष्ट्य पंच कल्याणक कल्याणकारी कैसे ? • पंच कल्याणक के आध्यात्मिक प्रयोजन
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• च्यवन कल्याणक • च्यवन कल्याणक का अर्थ • च्यवन कल्याणक क्यों मनाएं ? • च्यवन कल्याणक कौन मनाते हैं ? • च्यवन कल्याणक की जानकारी कैसे होती है ? • चौदह स्वप्नों की अलौकिकता एवं प्रतिकात्मकता • च्यवन कल्याणक की वर्तमान प्रासंगिकता • च्यवन कल्याणक के समय क्या भावना करें ?
• जन्म कल्याणक • जन्म कल्याणक का अर्थ • जन्म कल्याणक क्यों मनाना चाहिए ? • जन्म कल्याणक मनाते समय क्या भावना करें?
• दीक्षा कल्याणक • दीक्षा कल्याणक का अर्थ • दीक्षा को कल्याणक रूप में क्यों मनाएं ? • तीर्थंकरों का दीक्षा कल्याणक स्थान • दीक्षा कल्याणक