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36...प्रायश्चित्त विधि का शास्त्रीय पर्यवेक्षण • प्रतिदिन पाँच सौ गाथा का स्वाध्याय करने पर = एक वर्ष में 1 लाख 80
हजार का स्वाध्याय होता है। • प्रतिदिन छह सौ गाथा का स्वाध्याय करने पर = एक वर्ष में 2 लाख 16
हजार का स्वाध्याय होता है। • प्रतिदिन सात सौ गाथा का स्वाध्याय करने पर = एक वर्ष में 2 लाख __52 हजार का स्वाध्याय होता है। . प्रतिदिन आठ सौ गाथा का स्वाध्याय करने पर = एक वर्ष में 2 लाख
88 हजार का स्वाध्याय होता है। • प्रतिदिन नौ सौ गाथा का स्वाध्याय करने पर = एक वर्ष में 3 लाख 24
हजार का स्वाध्याय होता है। • प्रतिदिन हजार गाथा का स्वाध्याय करने पर = एक वर्ष में 3 लाख 60
हजार का स्वाध्याय होता है। • प्रतिदिन बियासना तप करने पर = एक वर्ष में 46 उपवास परिमाण तप
होता है। • प्रतिदिन एकासना तप करने पर = एक वर्ष में 91 उपवास परिमाण तप
होता है। • पंचमी, अष्टमी एवं चतुर्दशी- इन तिथियों में एकासना तथा अन्य दिनों __ में बीयासना करने पर = एक वर्ष में 53 उपवास परिमाण तप होता है।
पंचमी वर्जित अष्टमी एवं चतुर्दशी की तिथियों में एकासना तथा अन्य दिनों में बीयासना करने पर = एक वर्ष में 51 उपवास परिमाण तप होता है। पंचमी, अष्टमी व चतुर्दशी- इन तिथियों में नीवि करने पर = एक वर्ष
में 15 उपवास परिमाण तप होता है। • पंचमी वर्जित अष्टमी एवं चतुर्दशी की तिथियों में नीवि करने पर = एक
वर्ष में 12 उपवास परिमाण तप होता है।