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तप के भेद-प्रभेद एवं प्रकारों का वैशिष्ट्य...93 9. जैन धर्म में तप स्वरूप एवं विश्लेषण, पृ. 181-82 के आधार पर 10. उत्तराध्ययनसूत्र, 30/12 11. आचारांगसूत्र, संपा. मधुकरमुनि, 1/8/8/229 12. भगवतीसूत्र, 16/4/2-7 13. (क) समवायांगसूत्र, संपा. मधुकरमुनि, 6/31
(ख) भगवतीसूत्र, 25/7/197
(ग) उत्तराध्ययनसूत्र, 30/8 14. (क) स्थानांगसूत्र 3/3/381
(ख) औपपातिकसूत्र, संपा. मधुकरमुनि, 30
(ग) भगवतीसूत्र, 25/7/203 15. (क) उत्तराध्ययनसूत्र, 30/14-23
(ख) तत्त्वार्थसूत्र, 9/19 16. तिविहा ओमोयरिया पण्णत्ता... स्थानांगसूत्र, 3/3/381 17. “ओमोयरिया दुविहा- दव्वमोयरिया य भावमोयरिया।"
___ भगवतीसूत्र, 25/7/203 18. ओमोयरियं पंचहा, समासेण वियाहियं । दव्वओ खेत्तकालेणं, भावेणं पज्जवेहि य ।
उत्तराध्ययनसूत्र, 30/14 19. वही, 30/15 20. दशवैकालिक अगस्त्यचूर्णि, पृ. 13 21. स्थानांगसूत्र, 3/3/347 22. आचारांगसूत्र, 1/8/6/220 23. पिण्डनियुक्ति मलयगिरि टीका, 642, पृ. 173 24. जत्तिओ जस्स पुरिसस्स आहारो... तप्पुरिसावेक्खाए कइले
भगवतीसूत्र, 7/1 25. दशवैकालिक अगस्त्यचूर्णि, पृ. 13 26. उत्तराध्ययनसूत्र, 30/16-19 27. वही, 30/20-21 28. वही, 30/22-23