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liv... आगम अध्ययन की मौलिक विधि का शास्त्रीय विश्लेषण
• दस औदारिक शरीर सम्बन्धी अस्वाध्याय के कारण • चार महामहोत्सव एवं चार महाप्रतिपदा सम्बन्धी अस्वाध्याय के कारण • चार सन्ध्या सम्बन्धी अस्वाध्याय के कारण • परसमुत्थ सम्बन्धी अस्वाध्याय के कारण 5. अस्वाध्याय काल में स्वाध्याय करने के आपवादिक कारण 6. दिगम्बर मान्यता में अस्वाध्याय । • द्रव्य-क्षेत्र - -काल- भाव सम्बन्धी अस्वाध्याय • सामान्य कारण सम्बन्धी
अस्वाध्याय
7. अस्वाध्याय काल की ऐतिहासिक अवधारणा 8. तुलनात्मक विवेचन 9. उपसंहार।
अध्याय-3 : स्वाध्याय- भाव चिकित्सा की प्रयोग विधि 99-120 1. स्वाध्याय शब्द का मौलिक अर्थ 2. स्वाध्याय के मुख्य प्रकार 3. स्वाध्याय भूक
• अभिशय्या या नैषेधिकी भूमि में गमन करने के प्रयोजन • अभिशय्या या नैषेधिकी भूमि में स्वाध्याय के उद्देश्य • अभिशय्या भूमि सम्बन्धी नियम। 4. स्वाध्याय के नियम 5. स्वाध्याय आवश्यक क्यों? 6 स्वाध्याय का फल 7. स्वाध्याय न करने के दोष 8. कालिक श्रुत सम्बन्धी स्वाध्याय के विकल्प 9. अकाल में कालिक श्रुत सम्बन्धी स्वाध्याय के विकल्प 10. दिगम्बर परम्परा के अनुसार स्वाध्याय काल 11. स्वाध्याय काल संबंधी कुछ अपवाद 12. उपसंहार। अध्याय-4 : योगोद्वहन : एक विमर्श 121-207
1. योगोद्वहन शब्द का अर्थ घटन 2. योग के प्रकार 3. योगवाही के लक्षण 4. योगोद्वहन प्रवर्त्तक गुरु के लक्षण 5. योगोद्वहन में सहायक मुनि के लक्षण 6. योगोद्वहन के लिए क्षेत्र कैसा हो ? 7. योगोद्वहन कैसी वसति में किया जाए ? 8. योगोद्वहन काल में स्थण्डिल भूमि कैसी हो ? 9. योगवाही के लिए आवश्यक उपकरण 10. योगोद्वहन हेतु काल विचार 11. योगवहन के लिए शुभाशुभ मुहूर्त्त विचार 12. योगोद्वहन (आगम अध्ययन) सम्बन्धी सूचनाएँ 13. योगवाहियों के लिए कायोत्सर्ग सम्बन्धी सूचनाएँ 14. योगवाहियों के लिए नन्दी सम्बन्धी सूचनाएँ 15. योगवाहियों के लिए रात्रि अनुष्ठान सम्बन्धी सूचनाएँ 16. योगोद्वहन चर्या सम्बन्धी आवश्यक सूचनाएँ 17. नष्ट दन्त विधि 18. आगम सूत्रों का उद्देशसमुद्देश- अनुज्ञा काल 19. योगवाही के लिए विधि - निषेध सामाचारी 20. गणि
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