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________________ 308... आगम अध्ययन की मौलिक विधि का शास्त्रीय विश्लेषण सत्रहवें दिन योगवाही सत्रहवें एवं अठारहवें अध्ययन के उद्देश-समुद्देश एवं अनुज्ञा की विधि करें, एक कालग्रहण लें और नीवि तप करें। इसकी क्रिया में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह छह बार करें। अठारहवें दिन योगवाही उन्नीसवें एवं बीसवें अध्ययन के उद्देश-समुद्देश एवं अनुज्ञा की विधि करें, एक कालग्रहण लें और नीवि तप करें। इसकी क्रिया में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह छह बार करें। उन्नीसवें दिन योगवाही इक्कीसवें एवं बाईसवें अध्ययन के उद्देश-समद्देश एवं अनुज्ञा की विधि करें, एक कालग्रहण ले और नीवि तप करें। इसकी क्रियाविधि में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह छह बार करें। बीसवें दिन योगवाही तेईसवें एवं चौबीसवें अध्ययन के उद्देश-समुद्देश एवं अनुज्ञा विधि करें, एक कालग्रहण लें और नीवि तप करें। इसकी क्रिया में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह-छह बार करें। इक्कीसवें दिन योगवाही पच्चीसवें एवं छब्बीसवें अध्ययन के उद्देशसमद्देश एवं अनुज्ञा विधि करें, एक कालग्रहण लें और नीवि तप करें। इसकी क्रियाविधि में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह-छह बार करें। ___बाईसवें दिन योगवाही सत्ताईसवें एवं अट्ठाईसवें अध्ययन के उद्देशसमुद्देश एवं अनुज्ञा विधि करें, एक कालग्रहण लें और नीवि तप कर लें। इसकी क्रिया में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह छह बार करें। तेईसवें दिन योगवाही उनतीसवें एवं तीसवें अध्ययन के उद्देश-समुद्देश एवं अनुज्ञा विधि करें, एक कालग्रहण लें और नीवि तप करें। इसकी क्रिया में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह छह बार करें। चौबीसवें दिन योगवाही एकतीसवें एवं बत्तीसवें अध्ययन के उद्देशसमुद्देश एवं अनुज्ञा विधि करें, एक कालग्रहण लें और नीवि तप करें। इसकी क्रिया में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह छह बार करें। पच्चीसवें दिन योगवाही तैंतीसवें अध्ययन के उद्देश-समुद्देश एवं अनुज्ञा विधि करें, एक कालग्रहण लें और नीवि तप करें। इसकी क्रिया में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह छह बार करें। छब्बीसवें दिन योगवाही पैंतीसवें एवं छत्तीसवें अध्ययन के उद्देश-समुद्देश एवं अनुज्ञाविधि करें, एक कालग्रहण लें और नीवि तप करें। इसकी क्रिया में पूर्ववत सभी क्रियाएँ छह छह बार करें।
SR No.006245
Book TitleAgam Adhyayan Ki Maulik Vidhi Ka Shastriya Vishleshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaumyagunashreeji
PublisherPrachya Vidyapith
Publication Year2014
Total Pages472
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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