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210... जैन गृहस्थ के व्रतारोपण सम्बन्धी विधियों का प्रासंगिक ....
120. स्थानांगसूत्र, मधुकरमुनि, 4/3/428-29 121. वही, 4/3/430 122. समवायांगसूत्र, मधुकरमुनि, 11/71 123. भगवतीसूत्र, 7/10 124. भगवतीसूत्र, 12/2 125. उपासकदशा, मधुकरमुनि, 1/14-75 126. अन्तकृत्दशासूत्र, अ.-6 127. विपाकसूत्र, 2/1 से 10 अध्ययन 128. राजप्रश्नीयसूत्र, भाग-2, राजाप्रदेशी अधिकार 129. विधिमार्गप्रपा, पृ.-10-16 130. श्रीप्रव्रज्यायोगादिविधिसंग्रह, पृ.156-67 131. तिलकाचार्यसामाचारी, पृ.-8 132. सुबोधासामाचारी, पृ.-4 133. विधिमार्गप्रपा, पृ-4 134. आचारदिनकर, पृ.48(1) 135. सुबोधासामाचारी, पृ.-2 136. विधिमार्गप्रपा, पृ.-4 137. आचारदिनकर, पृ.-48-49 138. तिलकाचार्यसामाचारी, पृ-8-9 139. आदिपुराण, पर्व-48, प्र.-250 140. धर्मशास्त्र का इतिहास, भा.-1, पृ.-251-252 141. जैन, बौद्ध और गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन
___ भा.-2, पृ.-306 142. वही, पृ.-307 143. सुत्तनिपात, 39/4-5 144. जैन, बौद्ध और गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन
पृ.-304-305