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206... जैन गृहस्थ के व्रतारोपण सम्बन्धी विधियों का प्रासंगिक ...
14. प्रश्नव्याकरणसूत्र, 1/5/1 15. प्रमत्तयोगात् प्राण व्यपरोपणं हिंसा-तत्वार्थसूत्रसूत्र, 7/13 16. प्राणातिपात... .....स्थूलेभ्य: पापेभ्यो व्युपरमणमणुव्रत भवति।
रत्नकरण्डकश्रावकाचार 1/52 17. पुरूषार्थसिद्धयुपाय, गा. 43 18. पंचाशकप्रकरण, 1/8 19. उपासकदशा, मधुकरमुनि, 1/45 20. अभिधानराजेन्द्रकोश, भा. 5, पृ.-846 21. योगशास्त्र, 2/19-21 22. उपासकदशा, मधुकरमुनि, 1/11 23. आवश्यकसूत्र, मधुकरमुनि, 4/पृ.11 24. योगशास्त्र, 2/54-55 25. उपासकदशा, मधुकरमुनि, 1/46 26. तत्त्वार्थसूत्र, 7/21 27. अभिधानराजेन्द्रकोश, भा.-6, पृ.228 28. योगशास्त्र, 2/63 29. अभिधानराजेन्द्रकोश, भा.-1, पृ.783-784 30. योगशास्त्र, 2/55 31. अभिधानराजेन्द्रकोश, भा.-6, पृ.-332 32. (क) उपासकदशा, मधुकरमुनि
(ख) आवश्यकसूत्र, मधुकरमुनि, 4/पृ.-100 33. जैन आचार सिद्धान्त और स्वरूप, पृ.-308 34. (क) उपासकदशा, मधुकरमुनि, 1/47, (ख)वंदित्तुसूत्र, गा.-14 35. अभिधानराजेन्द्रकोश, भा.-1, पृ.543 36. योगशास्त्र, 2/74-75 37. (क) योगशास्त्र, 2/68-73
(ख) अभिधानराजेन्द्रकोश, भा.-1, पृ.-535-536 38. उपासकदशा, 1/47 39. आवश्यकसूत्र, मधुकरमुनि, पृ.-100