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________________ इश्तहार मेहकमा चीफ कोर्ट राज सिरोही सील चीफ कोर्ट सिरोही स्टेट नम्बर : 53 ता. 11 मार्च सन् 1926 ई. बहवाले इश्तहार साबीका मवरखा 9.2.26 खास व आम को इत्तला दी जाती है कि साधु अनौपदास के पंथ वाले (1) सुथार जैसा साकिन सिरोही (2) राजपूत केसरीसिंह वीरवाड़ा (3) राजपूत अजेतसिंह सनावड़ा (4) माली हेमला अरठवाड़ा (5) कुम्हार सांकला (6) लुहार नोपा वीरवाड़ा (7) माली पूनमा सिरोही (8) कुम्हार जवा रोहिड़ा को मेहकमे हाजा से बजुर्म दफा 153 अलीफ ताजीराते हिन्द जो सजा कैद दी गई थी वो कुछ अरसा तक उन लोगों ने कैद भुगत कर एक अरजी मेहकमे खास में पेश की और ऐसा मुचलका भी तहरीर कर दिया कि जो किताबें महाजनों के खिलाफ उनके पास होगी वा तमाम एक अप्रेल तक लाकर राज में पेश कर देवेंगे, आयन्दा फिर कभी ऐसी किताब नहीं छपवाएंगे, न महाजनों को बेजा गाली देवेंगे या गीत, भजन गाएंगे और न ही कोई ऐसी हरकत करेंगे कि जिससे महाजनान के दिल को रंज पहुंचे। आयन्दा कभी किसी को इस पंथ का उपदेश नहीं देंगे न कभी कोई मेला जमा करेंगे। अगर इसके खिलाफ अमल करें या करावें तो राज सख्त सजा करावें । मुचलका लिख देने से उनको नजरें परवरिश व रहम, कैद से रिहाई दी गई जिसके बाबत तमाम थानेजात पुलिस को अदालती इत्तला देना जरूरी है। हुकम हुआ के लिहाजा जरिये इश्तहार हाजा हर खास व आम को इत्तला दी जाती है कि जो कोइ सख्श ऊपर बयान किए हुए मुचलके के खिलाफ अमल करेगा व मुस्ताजीव सख्त सजा के होगा । पुलिस के मुलाजमान को चाहिए कि ऐसे लोगों पर खासकर ऊपर लिखे सजायाफ्ता लोगों पर पूरी निगरानी रखी जावें और अगर कोई मुचलके की शरायत के खिलाफ जावें बल्कि अगर ता. एक अप्रेल के बाद किसी के पास कोई किताब जिसमें महाजन की बुराई छपी हो बरामद हो तो उस सख्स का भी चालान किया जावें। एक-एक नकल तमाम अदालतान में गरज वकफीयत भेजी जावें । ह.सी.पी. देसाई, बी. ए., एल.एल.बी., चीफ जज, सिरोही स्टेट 14. सिरोही राज्य के गजट सं. 3 वोल्यूम 2 दिनांक 1 अक्टूबर 1940 के पृ. सं. 71 पर प्रकाशित निम्न आदेश द्वारा अनोप मण्डल का रजिस्ट्रेशन भी केन्सल कर दिया गया था। No. 1563-Read petition dated 11.8.40 from Suthar Jesa, President of Anoop Mandal, Sirohi Seeking permission for use of the proscribe and forfeited book "Jagat-Hitkarini" or in the alternative to order the cancellation of the Registration of the Mandal. Also read I.G.P.'s report No. 1487 dated 28-8-40 and Jesaji's further application dated 29.8.40 to the address of the I.G.P. ORDER As the use of the book 'Jagat-Hitakarani' cannot be allowed in contravention of the Judicial orders dated 5.2.26 and 11.3.26 of the Chief Judge's Courts, the Sadar Office memorandum No. 961 F.O. dated 19.4.40 registering the Mandal is hereby cnacelled as rquested by Petitioner. Sirohi, 8.9.40 54 Sd/- D.D. Kotwala For Chief Minister, Sirohi State.
SR No.006170
Book TitleAnup Mandal Ki Apradhik Karyavahi Ke Viruddh Rajy Sarkar Dwara Jari Adhisuchnaye
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBharatiya Sanskruti Samanvay Samsthan Jodhpur
PublisherBharatiya Sanskruti Samanvay Samsthan Jodhpur
Publication Year2015
Total Pages122
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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