SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 10
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ • प्राण हैं एवं इस कार्य में उन्हें श्री सुरेशजी सुराणा एडवोकेट, सिरोही का विशेष रूप से एवं श्री राजकुमार सिंह भण्डारी संपादक 'दैनिक प्रतिनिधि', डॉ. चंचलमलजी चोरडिया एवं श्री कैलाशजी भंसाली विधायक का भी प्रबल समर्थन एवं सहयोग प्राप्त है। समाज इन पांचों महानुभावों के प्रति अपनी कृतज्ञता एवं अहोभाव प्रदर्शित करता है। सभी सामाजिक कार्यकर्ता, धार्मिक संस्थान व ट्रस्ट मण्डल अब निर्भय होकर इस पुस्तक में संकलित सामग्री के आधार पर इस अनूप मण्डल की अवांछनीय एवं आपराधिक गतिविधियों का डट कर मुकाबला करें। चरेवेति, चरेवेति शुभास्ते पंथान्। हम उठे, जागें शक्ति का प्रदर्शन करें एवं समाज के प्रति रोष व्यक्त करने वाली इन घृणित एवं अवांछनीय प्रवृत्तियों का पूरी ताकत के साथ मुकाबला करें। मैं व्यक्तिगत रूप से माननीय श्रीमान् रंगरूपमल साहब कोठारी, IAS (Retd.) का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने इतना श्रम नियोजित कर समाज हितार्थ इस समस्त सामग्री का संकलन कर उसे पुस्तकाकार रूप प्रदान कर इसे प्रकाशित करने का दुरूह बीड़ा उठाया है। उनके इन अथक प्रयासों से समाज पूरी तरह लाभान्वित होगा।
SR No.006170
Book TitleAnup Mandal Ki Apradhik Karyavahi Ke Viruddh Rajy Sarkar Dwara Jari Adhisuchnaye
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBharatiya Sanskruti Samanvay Samsthan Jodhpur
PublisherBharatiya Sanskruti Samanvay Samsthan Jodhpur
Publication Year2015
Total Pages122
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy