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श्रवणधर्म में तीर्थकर परम्परा और भ. महावीर तथा महावीर चरित-साहित्य......
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5. श्री शुभशंकर मुनि, प्राप्तिनाथ केशवलाल प्रेमचंद कंसारा (खंभात), वि. सं. 2001 । 6. आत्मानंद सभा, भावनगर द्वारा प्रकाशित। 7. ले. नेमिचन्द्र शास्त्री, प्राकृत भाषा और साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास, तारा
पब्लिकेशन, वाराणसी। 8. आत्मवल्लभ ग्रन्थ सीरिज वलाद (अहमदाबाद) से सन् 1932 में प्रकाशित।
9. के. वी. अभ्यंकर गुजरात कालेज, अहमदाबाद सन् 1933 | 10. देवचन्द्र लालभाई ग्रन्थमाला।