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श्रवणधर्म में तीर्थंकर परम्परा और भ. महावीर तथा महावीर चरित - साहित्य......
सन्दर्भ
1. योगवाशिष्ठ, अ.-15, श्लोक - 8 |
2. श्रीमद्भागवत 5 / 51
3. विष्णुपुराण, 2 / 11
4. शाकटायन - अनादि सूत्र 289 पाद - 3 |
5. पद्मपुराण (व्यंकटेश प्रेस), पृ. 13 ।
6. मत्स्यपुराण, अ. – 24, श्लोक -54-55 |
7. प्राक्कथन, जैन साहित्य का इतिहास, पृ. - 13 1
8.
श्रीमद्भागवत, 5/61
9. ले. बलभद्र जैन, जैनधर्म का प्रा. इतिहास, भाग-1, पृ. 12 1
10. भारत में संस्कृति एवं धर्म, पृ. 201
11. द. जैनस्तूप - मथुरा, प्रस्तावना, पृ. -6 ।
12. भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का योगदान, मध्यप्रदेश शासन साहित्य परिषद्,
-
भोपाल, सन् 1962, पृ. - 21।
13. तीर्थंकर महावीर और उनकी देशना, पृ. - 211