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क्रम विषय - पृष्ठ नं. क्रम विषय * 'इच्छा निवेदन' आदि छः * 'जंकिचि मिच्छाए' का स्थान में सूत्र का
विशेषार्थ
१३० विभागीकरण १०७ * ‘मणदुक्कडाए, वयदुक्कडाए, * मूल सूत्र
१०९ कायदुक्कडाए' का विशेषार्थ १३१ * अन्वय सहित संस्कृत
* 'कोहाए, माणाए, मायाए छाया और शब्दार्थ
लोभाए' का विशेषार्थ * इच्छा निवेदन स्थानः
* 'सव्वकालिआए' का विशेषार्थ १३३ 'इच्छामि...निसीहिआए'
'सव्वमिच्छोवयाराए' का
विशेषार्थ का विशेषार्थ . ११३
* 'सव्वधम्माईक्कमणाए' * अनुज्ञापन स्थान :
का विशेषार्थ 'अणुजाणह मे मिउग्गहं' का विशेषार्थ
* 'जो मे अइआरो...
११७ * 'निसीहि' का विशेषार्थ
निंदामि गरिहामि' का १७
विशेषार्थ 'अहोकायं कायसंफासं...
* 'अप्पाणं वोसिरामि' का किलामो' का विशेषार्थ ११८ |
विशेषार्थ * अव्याबाधापृच्छा स्थान :
६. सात लाख सूत्र १४०-१५१ 'अप्पकिलंताणं...
* सूत्र परिचय
१४० वइक्कंतो' का विशेषार्थ १२० |
* मूल सूत्र * संयम यात्रा पृच्छा स्थान :
* ‘सात लाख पृथ्वीकाय' 'जत्ता भे' का विशेषार्थ १२२
का विशेषार्थ * यापना पृच्छा स्थान :
* ‘सात लाख अप्काय' 'जवणिज्जं च भे?' ..
का विशेषार्थ का विशेषार्थ
१२४
* 'सात लाख तेउकाय' * अपराध क्षमापना स्थान :
का विशेषार्थ 'खामेमि... वइक्कम' का
* ‘सात लाख वाउकाय' विशेषार्थ
१२६ का विशेषार्थ १४५ * 'आवस्सिआए पडिक्कमामि' * 'दश लाख प्रत्येक वनस्पति का विशेषार्थ
१२७ | काय' का विशेषार्थ १४६ * 'खमासमणाणे.
* 'चौदह लाख साधारण तित्तीसन्नयराए' का विशेषार्थ १२८ । वनस्पति काय' का विशेषार्थ १४६
१३९
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