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क्रम विषय पृष्ठ नं. क्रम विषय पृष्ठ नं.
* तीन गुप्तियों का स्वरूप ८९ * भात...जी' का विशेषार्थ १०७ * 'छत्तीसगुणो गुरु मज्झ' ९१ ५. अब्भुट्ठिओ सूत्र १०९-१२८ ___ का विशेषार्थ
* सूत्र परिचय
१०९ ३. श्री खमासमण सूत्र ९२-१०० * मूल सूत्र
१११ * सूत्र परिचय
* अन्वय, छाया और शब्दार्थ १११ * मूल सूत्र
* ‘इच्छाकारेण...राइयं * अन्वय छाया और शब्दार्थ ९३ | खामेमि' का विशेषार्थ ११२ * ‘इच्छामि... वंदिउं'
* 'जं किचि...वेयावच्चे' का विशेषार्थ ९४ का विशेषार्थ ११६ * क्षमाश्रमण का अर्थ
* आलावे...उवरीभासाए' क्षमादि दश यतिधर्मो का
का विशेषार्थ - ११९ वर्णन
९४
*'जं किचि मज्झ... * 'जावणिज्जाए' का
न जाणामि' का विशेषार्थ १२२ विशेषार्थ
९७ * 'मिच्छा मि दुक्कडं' * 'निसीहिआए' का विशेषार्थ९९ का विशेषार्थ १२५ * ‘मत्थएण वंदामि' का | ६. इरियावहिया सूत्र १२९-१५२ विशेषार्थ
* सूत्र परिचय ४. इच्छकार सूत्र १०१-१०८ * मूल सूत्र
१३२ * सूत्र परिचय
* अन्वय, छाया, संस्कृत * मूल सूत्र
और शब्दार्थ १३४ * अन्वय सहित संस्कृत
* 'इच्छाकारेण....विराहणाए' छाया और शब्दार्थ ११०३ का विशेषार्थ १३५ * इच्छकार का विशेषार्थ १०३ * 'गमणागमणे...पंचिंदिया' * 'सुहराइ/सुहदेवसि'
का विशेषार्थ १३९ का विशेषार्थ . १०४ | * अभिहया... मिच्छा * 'सुख-तप' का विशेषार्थ १०४ | मि दुक्कडं' का विशेषार्थ १४८ * 'शरीर-निराबाध" का ७. तस्स उत्तरी सूत्र १५३-१६८
विशेषार्थ ! १०५ * सूत्र परिचय * 'स्वामी-जी' का विशेषार्थ १०६ * मूल सूत्र
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