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________________ भावार्थ :- इस सूत्र का भावार्थ सूत्र नं. २३ के समान ही है । उस सूत्र में अकाय का वर्णन किया गया है और इस सूत्र में अग्निकाय का वर्णन है। सिर्फ इतना ही फर्क है । बाकी सारा अर्थ समान है ॥ ३६॥ कथं पुनरग्निसमारम्भप्रवृत्तो नानाविधान् प्राणिनो विहिनस्तीति दर्शयितुमाह से बेमि - संति पाणा पुढविणिस्सिया तणणि-स्सिया । पत्तणिस्सिया कट्टणिस्सिया गोमयणिस्सिया कयवरणिस्सिया, संति संपाइमा पाणा आहच्च संपयंति, अगणिं च खलु पुट्ठा एगे संघायमावज्जंति, जे. तत्थ. . संघायमावज्जति ते तत्थ परियावज्जति, जे तत्थ परियावज्जति ते तत्थ उद्दायंति ॥ ३७॥ सोऽहं ब्रवीमि - सन्ति प्राणाः - प्राणिनः पृथिवीनिश्रिताः, तृणनिश्रिताः, पत्रनिश्रिताः, काष्ठनिश्रिताः, गोमयनिश्रिताः, कचवरनिश्रिताः, सन्ति सम्पातिनः प्राणिनस्त आहत्य-उपेत्य सम्पतन्ति, अग्नि च खलु स्पृष्टा एके संघातमापर्यन्ते, ये तत्र संघातं-गात्रसंकोचम् आपद्यन्ते, ते तत्र पर्यापद्यन्ते, - मूर्छामापद्यन्ते, ये तत्र पर्यापद्यन्ते ते तत्र अपद्रावन्ति - प्राणान् मुञ्चन्तीत्यर्थः ॥ ३७॥ अन्वयार्थः- से बेमि - हुं हुं छु : पुढविणिस्सिय - पृथ्वीना माश्रयमा ठेवावा तणणिस्सिया - घासन। माश्रयमा २3ावा पत्तणिस्सिया - ५iमोना माश्रयम २डेवावाणा कट्ठणिस्सिया - 415311 माश्रयमा २डेवावा गोमयणिस्सिया - छान। माश्रयमा २३वाणा कयवरणिस्सिया - अयराना आश्रयमा २डेवावापाणा - ul संति - छ. ते भनिन। मामथी सणाने भरी य छ तथा ४ संपाइमा - 3341 ५गिया माहि पाणा - प्रा. संति - छे ते आहच्च - 331ने संपयंति - भनिभा पडे . च - मने ते - तमो अगणिं - भनिनो पुट्ठा - स्पर्श रीने खलु - निश्चयथा संघायमावजंति - घायद यीय छे भने जे - मो. तत्थ - भनिनो स्पर्श अरीने संघायमावजंति - घायद. 14 छे ते - तमो तत्थ - त्या परियावज्जति - भूछित २७ य छ भने जे - मो तत्थ - त्या परियावजंति - भूछित 251य छे ते - तेसो तत्थ - त्या उद्दायंति - मृत्यु या छे. भावार्थ :- पृथ्वीय तथा पृथ्वीने माश्रित मने घास, ५i31, 45, ७।१५ અને કચરા આદિને આશ્રિત જીવો અને પતંગીયા, ભમરી, માખી, મચ્છર આદિ (३०)OOOOOOOOOOOOOOOOOOOOOOOOOOOO | श्री आचारांग सूत्र |
SR No.005843
Book TitleAcharang Sutram Pratham Shrutskandh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVikramsenvijay
PublisherBhuvan Bhadrankar Sahitya Prachar Kendra
Publication Year
Total Pages372
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati & agam_acharang
File Size9 MB
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