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________________ श्री प्रज्ञापना सूत्र भाग १ प्रथम पद साहारण सरीर बादर वणस्सइकाइय जीव पत्रवणा कुण्डरिया' जीरु' छीरविराली तहेव किट्टीया। हलिद्दा सिंगबेरे य आलूगा मूलए इ य ।।२।। कंबू य' कन्नुक्कडत्त कण्हकडबू] महुओवलई तहेव महुसिंगी। णीरुहा सप्पसुयंधा छिन्नरुहा चेव बीयरुहा ।।३।। पाढा मियवालुंकी महुररसा चेव रायवल्ली या पउमा य माढरि दंती चंडी किट्टी त्ति यावरा ॥४॥ मासपण्णि मुग्गपण्णी 'जीविय-रसहे य रेणुया चेवा काओली खीरकाओली तहा भंगी नही इय ।।५।। किमिरासि भद्दमुत्था णंगुलई पेलुगा[पलुगा] इ या किण्हे पउले य हढे हरतणुया चेव लोयाणी ।।६।। किण्हे कंदे वज्जे सूरणकंदे तहेव 'खल्लूडे। एए अणंतजीवाजे यावऽन्ने तहाविहा ।।७।।तणमूल-कंदमूले वंसीमूले त्ति आवरे।संखिज्जमसंखिज्जा बोधव्वाऽणंतजीवा य ।।८।। सिंघाडगस्स गुच्छो अणेगजीवो उ होति नायव्वो। पत्ता पत्तेयजीवा दोन्नि य जीवा फले भणिया।।९।।जस्स मूलस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए। अणंतजीवे उसे मूलेजे यावन्ने तहाविहा।।१०।। जस्स कंदस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसइ। अणंतजीवे उ से कंदे जे यावऽन्ने तहाविहा।।११।। जस्स खंधस्स भग्गस्ससमो भंगो पदीसइ। अणंतजीवे उसे खंधेजे यावऽन्ने तहाविहा ।।१२।। जीसे तयार भग्गाए समो भंगो पदीसए। अणंतजीवा तया सा उ जा यावऽण्णा तहाविहा ।।१३।। जस्स सालस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए। अणंतजीवे यसे सालेजे यावऽन्ने तहाविहा ॥१४॥जस्स पवालस्स भग्गस्ससमो भंगो पदीसए। अणंतजीवे पवाले से जे यावऽन्ने तहाविहा ।।१५।। जस्स पत्तस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए। अणंतजीवे उ से पत्ते जे यावऽन्ने तहाविहा।।१६।। जस्स पुप्फस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए। अणंतजीवे उ से पुप्फे जे याबऽन्ने तहाविहा ।।१७।। जस्स फलस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए। अणंतजीवे फले से उ जे यावऽन्ने तहाविह ॥१८॥ जस्स बीयस्स भग्गस्स समो भंगो पदीसए। अणंतजीवे उ से बीए जे यावऽन्ने तहाविहा ।।१९।। . जस्स मूलस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए। परित्तजीवे उ से मूले जे यावऽन्ने तहाविहा ।।२०।। जस्स कंदस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए। परित्तजीवे उसे कंदेजे यावऽन्ने तहाविहा ।।२१।। जस्स खंधस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए। परित्तजीवे उसे खंधे जे यावऽन्ने तहाविहा ।।२२।। जीसे तयार भग्गाए हीरो भंगो पदीसए। परित्तजीवा तया सा उजे यावऽन्ने तहाविहा ।।२३।। जस्स सालस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए। परित्तजीवे उ से साले जे यावऽन्ने तहाविहा ।।२४।।जस्स पवालस्स भग्गस्स हीरो मंगो पदीसए। परित्तजीवे पवाले उजे यावऽन्ने तहाविहा ।।२५।।जस्स पत्तस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए। परित्तजीवे उसे पत्तेजे यावऽन्ने तहाविहा ॥२६॥ जस्स पुप्फस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए। परित्तजीवे उ से पुप्फे जे यावऽन्ने तहाविहा॥२७॥ जस्स फलस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए। परित्तजीवे फले से उजे यावऽन्ने तहाविहा।।२८।।जस्स बीयस्स भग्गस्स हीरो भंगो पदीसए। परित्तजीवे उसे बीए जे यावऽन्ने तहाविहा।।२९।। __जस्स मूलस्स कट्ठाओ छल्ली बहलतरी भवे। अणंतजीवा उ सा छल्ली जे यावऽन्ने तहाविहा ॥३०॥ जस्स कंदस्स कट्ठाओ छल्ली बहलतरी भवे। अणंतजीवा उ सा छल्ली जे यावऽन्ने तहाविहा ।।३१।। जस्स खंधस्स कट्ठाओ छल्ली बहलतरी भवे। अणंतजीवा ठसा छल्ली जे यावऽन्ना तहाविहा ॥३२।। जीसे सालाए कट्ठाओ छल्ली बहलतरी भवे। अणंतजीवा उ सा छल्ली जे यावऽन्ना तहाविहा ।।३३।। जस्स मूलस्स कट्ठाओ १. कुंदुरिया al. Al.; २. जारु छीरु Al. Al.; 3. कंछूया कडछू था. सा.; ४. सुमत्तओ व. मा. स.; ५. जीवियरसिके . प. जीवियरसभे य शा. सा. ६. खल्लूरे मा. स. ७. वंसमूलेत्ति शा. सौ. वंसीमूलित्ति से. 4. (भंगो ना स्थाने भंगे मने जे ना स्थाने जा ५९। महावीर विधालयमा.) 50
SR No.005761
Book TitlePragnapana Sutra Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMunichandrasuri, Jayanandvijay
PublisherGuru Ramchandra Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages554
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati & agam_pragyapana
File Size15 MB
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