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________________ चंदराजानो रास. २५३ हूं तो श्हां विमलापुरी,सुखे रहुँ निरबीह ॥ पण कुणविध जाता हशे, गुणावलीना दीह ॥३॥ वीमतां कुर्कटपणे, कोल कोंमें तास ॥ जो हुं मानव पद सहीश, (तो) मलीश प्रथम उदास ॥४॥ अर्थ ॥ हुं तो अहीं आ विमलापुरीमा निर्जयपणे अत्यंत सुखमा रहुं वं. परंतु गुणावलीना दिवसो श्रानापुरीमां केवी रीते जाता हशे ? ॥ ३ ॥ ९ कुकडापणे ज्यारे तेणीनाथी बुटो पडयो हतो त्यारे में तेणीने वचन श्राप्यु हतुं के ज्यारे हुँ मनुष्यपणुं प्राप्त करीश त्यारे तनेज प्रथम श्रानंद सहित मखवा श्रावीश. ॥४॥ एतो हुँ जुली गयो, प्रेमला लबी प्रसंग ॥ हवे जो तेहने जश मढुं, तो जीवितनो रंग ॥५॥चाहे तेहने चाहिये, ज्यां लगी घटमें प्राण ॥ सयण जणी संजारवो, एह नेह नीसाण ॥ ६ ॥ श्रर्थ ॥ ए जे में वचन श्राप्यु हतुं ते तो प्रेमला लचीनी साथे सुख विलासमां रेहेवाश्री हुँ नुली गयो, परंतु इवे पण जो हुँ तेने जश्ने मलुं तोज मारा जीवतरने रंग ॥५॥ जे आपणी चाहना राखे तेनी आपणे ज्यां सुधी आपणा शरीरमां प्राण होय त्यां सुधी चाहना राखवी जोइए. वली सज्जनने संजारवा तेज प्रेमनी निशानी . ॥ ६॥ प्रात थयो जग्यो तपन, लख्यों नरिंदे लेख ॥ गुणावलीनी उपरे, थाना प्रेष्यो प्रेष्य ॥७॥ अर्थ ॥ प्रातः काल अयो अने सूर्योदय यो एटले चंदराजाए गुणावली उपर कागल खख्यो भने कासदने आपी आलापुरी तेने विदाय को. ॥ ७॥ ॥ ढाल ११ मी॥ ॥ थारी सुरतनी बलिहारी हो धणरा ढोला ॥ ए देशी ॥ प्रेष्यने कहे नृप चंद हो गुणना लायक, कागल देजो हो हाथ गुणावली जी ॥ तुं तो न करीश कोश्ने जाण हो ॥ गु० ॥ वीरमतीनी हो प्रकृति श्राकुली जी ॥ १ ॥ जश् पुर जे कुशल कल्याण हो । गु० ॥दे जे दिलासो हो मीठे बोलमेजी ॥ कहे जे रहे जो निश्चित हो । गु० ॥ आपण मलगुं हो वाजते ढोलमेजी ॥२॥ अर्थ ॥ हे खेपीथा! श्रा कागल तमे गुणावली राणीने हाथो हाथ श्रापजो. तमे समजु गे तेथी एटर्बुज कडं बं के श्रा वात कोश्ने जणावशो नही. जो वीरमतीना जाणवामां आ हकीकत आवशे तो तेनो स्वन्नाव बहु आकलो वे ॥१॥ गुणावलीने तेना देम कुशल पुरजो अने मीगं वचनोथी दिखासो श्रापजो वली तेणीने कहे, के हवे तमे निश्चिंतपणे रहेजो. आपणे मंके घाव देतां एका अश्शु.॥॥ Jain Education International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005375
Book TitleChand Rajano Ras
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShravak Bhimsinh Manek
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1905
Total Pages396
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size17 MB
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