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श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ के प्रगट प्रभावी श्री पद्मावती देवी
'भक्ताना देहि सिद्धिं मम, सकलमयं देविकुस्त्वं सर्वेषां धार्मिकाणां सतत नियमितं वांच्छितं पूरयस्व' धराधिपति पत्नी या देवी पद्मावती सदा, क्षुद्रोपद्रवतः सा माँ, पातु फुल्लफणावली ।
प.पू.आ.श्री राजयशसूरिजी महाराज साहेबकी प्रेरणासे, सौजन्य : श्री उवसग्गहरं पार्ज तीर्श, पारसनगर पो. नगपुरा. जि. दुर्ग (म.प्र.)
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