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चतुर्थस्तुतिनिर्णय भाग-१ पडिक्कमण सामायारी पुण एसा ॥ सावओ गुरुहि समं इक्को वा जावंति चेइयाई तिगहा दुग थुत्त पणिहाणवज्जं चेइयाइं वंदितु चउराइ खमासमणेहिं आयरियाई वंदिय भूनिहियसिरो सव्वस्सवि देवसिय इच्चाइ दंडगेण सयलाइयार मिच्छुक्कडं दाओ ओठिय सामाइय सुत्तं भणितुं इच्छामि ठाइउं काउस्सग्गमिच्चाइ सुत्तं भणिय पलंबिय भुय कुप्पर धरिय नाभि अहोजाणुंटुं चतुरंगुल ठविय कडिपट्टो ॥ सजइ कविठाइ दोसरहियं काउस्सग्गं काउं जहक्कम दिणकए अइयारे हिए धरिय नमोक्कारेण पारिय चउवीसत्थयं पढिय संडासगे पमज्जिय उवविसिय अलग्गवियय वाहु जुउ मुहणंतए पंचवीसं पडिलेहणाओ काउं काए वितत्तियाउ चेव कुणइ साविया पुण पुठिसिरहिययं वज्जं पनरसकुणइ ॥ उठियबत्तीसदोसरहियं पणवीसावस्सय सुद्धं किइ कम्मं काउं अवणयग्गो करज्जुय विहिधरियपुत्तीदेवसियाइयाराणं गुरुपुरओ वियडत्थं आलोयणदंडगं पढइ ॥ तओ पुत्ती एकठासणं पाओ छणं वा पडिलेहिय वा मज्झाणुहिट्ठादाहिणं चउर्ल्ड काउं करज्जुय गहिय पुत्तीसम्म पडिकमण सुत्तं भणइ तओ दव्वभावुठिउ अब्भुठिओमि इच्चाइ दंडगं पढितावंदणदाओपमाइसुजइ सुतिन्नि खामित्ता ॥ सामन्नसाहूसुपुणठवणायरिएण समं खामणं काओ तओ तिन्निसाहूखामित्तापुणोकीकम्मंकाओ उद्ध ठिओसिरकयंजलीआयरिय उवज्जाए इच्चाइंगाहातिगं पढित्ता ॥ सामाइय सुत्तं उस्सग्ग दंडयं च भणिय काउस्सग्गे चरित्ताइयारसुद्धिनिमित्तं उज्जोयदुगं चिंतेइ तओ गुरुणा पारिए पारित्ता सम्मत सुद्धिहेओ उज्जोयं पढिय सव्वलोय अरहंत चेइयाराअणुस्सग्गं काउं उज्जोयं चिंतिय सुयसोहि निमित्तं पुक्खरवरदीवड्ड कट्ठीय पुणो पणवीसुस्सासं काउस्सग्गं काउं पारिय सिद्धत्थव पढित्ता सुयदेवयाए काउस्सग्गे नमोक्कारं चिंतिय तीसेथुई देइ सुणइ व एवं खित्तदेवयाएवि काउस्सग्गे नमोक्कारं चिंतिऊण
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