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चतुर्विंशतिका. कनक (न०)-सोनु.
कुशल (वि.)-यतु२. कमल (न०)-भण.
कुशेशय ( न० )-भण. कम्प (वि.)-मस्थिर.
कुसुम (न०)पु०५, ख. कम्र (वि०) मनोहर.
कुसुमवाण (पु.)भव. कर (पुं० )=२७.
कूप (पुं० ) यो. कर (वि.)२नार.
कृ (८, ऊ. करणे )२j. करण (न.)धन्द्रिय.
कृच्छ्र ( न०) ७. कराल (वि.) या.
कृत् (वि.)२ना२. कल (वि.)भनोहर.
कृतान्त (पुं० )=(१) यम; (२) सिद्धान्त. कलश (पुं० )- श.
कृति (स्त्री.) आर्य कलुष (न० )[५.
कृत्स्न (वि.)संपूर्ण कवि ( पुं० )=(१) व्य २२यना२; (२) पंडित.. कृश (वि.)=८५. कस् ( १, प० गतौ )-vgविकस्-वि४ास पामg. कृशानु (पुं० )=A. कानन ( न०)वन.
केवल (न०)-विवज्ञान. कान्त (वि.) मनोहर.
कोकनद (पुं० ) उभग, रातुं पाया. कान्ता (स्त्री०)-स्त्री.
कोप (पुं०)ोध, गुस्सो. कान्तार (न०)पन.
कोमल (वि० )होमग. कान्ति ( स्त्री० )-अला, ते.
क्रम (पुं०)=२२ए. काम (पुं० )=EL, भहन.
क्लेश (पुं०)मे. कामित (वि.)-वांछित, ४२सो.
क्षण (पुं०)(1) भोत्सव (२) पण. काय (पुं०, न०)हे.
क्षम (वि.)समर्थ. कार (वि.)=२ना२.
क्षमा ( स्त्री० )-मा. कारिन् (वि.)-२नार.
क्षय (पुं०)-नाश. कार्मुक (न० )-धनुष्य.
क्षामता (स्त्री.)-क्षी पा.
क्षिति ( स्त्री.)-नाश. काल (पुं०)=यम. काली (स्त्री.)आदी (विद्या-हेवी),
क्षीजन ( न० )200यात श६. किन्नर (पुं० ) तनो व्यंतरव.
ख किम् ( स० )=शा भाट.
ख (न०)माश. किम् ( स०)ो.
खचित (वि.)-या. कीर्ति (स्त्री.)माम३.
खण्डिका ( स्त्री०)नाश नारी. कु (अ.)=२मवायॐ श६.
खनि (स्त्री० )=भार. कुण्डिका (स्त्री० )(१) १९७४; (२) ७ ५२नारी. खर (वि.)-ती३९१. कुन्त (पुं० )-मायो.
ख्याति (स्त्री.)ीति, २०५३. कुन्थु (पुं०)नोना सत्तरमा तीर्थ७२. कुन्द (न०) मोगरानुस.
गण (पुं०)-समुदाय. कुमत (न०) सिद्धान्त.
गद् (१,५० व्यक्तायां वाचि ) . कुमुद (न०)-य-द्रविडोसी भस.
गद (पुं०)शेग. कुल (न०)-समुहाय.
गदा (स्त्री० )TEL. कुवादिन (वि.)मोटा ताना२.
गभीर (वि.)ी . कुश (न.)
गम् (१, प० गतौ ) .
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