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ना०
(ने) करी
सोळमो अने सत्तरमो सैको १९२ नाकर महाभारत-आरण्यक पर्वना०
क्रि० क्रि० श्रीगणपतिनई(-ने) घटि (-टे) प्रणमी गयूं तम्यो (तमो) ताह्रूं जोडीनइं (-ने) आवरित दुंदल किहां करीनई (-ने) अविलोकिमोदक-आहार माहा आपु ( -पो) (अवलोक) अंतामी ज्योध शोभतो सरज्यूं कविनइं (ने) तूं
शोभइ (-में छ) मेहलु-(भेलो) पसाइ (-य)- देहिनई (-)
(प्रसाद) तिहां करु (-रो) बोलिड गुणभंडार हर्ष
थाइ ( --य) सांभलु (-लो) मुहुनई वेलाइ स्तवइ (स्तवे छे) ऊठी दीन तम्यो जाणी
सांचवड अम्यो करु
ऊपनां माहरी धीर (धैर्य) पामा
हुइ सार
तम्हारइ तिहां करुनई आविउ (-व्यो) त्रैलोकमांहां साहि किहिवा (कहेवा) करिवु (-रवो) विना
रायनी थाइ (थाय) दिइ (ये) ते माटइ तम्यो कहेश पोष खोडि गृहस्थना
ऊगरतूं इतिहास
पडिउ रिहिशि (रहेशे) मुख्य दिइ (थे) हुइ सान
आंगणइ (-णे )/लिहिवु (लेवो) वालिवु (वाळवो) श्वाननइ-(-ने) नाकार-(नाकारो) थयूं जाणी
दामणु
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