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सोळमो अने सत्तरमो सैको
नाम
नाम छानि (--) ते तपोवन स्नाननिं (-ने त्यहां थकी
(सप्तमी) चतुर्थी )
अतिदुखी तेहनो
हस्ते (तृतीया) ती-(ते)
नाम माप (-फ) सूहर (सुब्बर)
ढूंकडं
वरखे
हु
दने
तलिं-(-ले)
नाम
आवू
१९१ विष्णुदास-महाभारत नाम
क्रि० क्रि० सहु
मनमाहि हवो लेइनि (ने) महासंग्राम शरषी
चाल्या जीत्यानी माहारि करवा
करो हदि शू बाळी करी
थाय हाम
सजाई किहि (कहे-के ) हवा (थया) त्यारि एहनि (-ने) देषाडु आपी माहारी रलीआत्य मारि (रे) विद्यार्नु तुझ
नामी कार्ण (कारण) संघात्य समयूँ रहीइ कि
अमारा मुझनि (ने) अमारो
करवू अवीधारो हु (हुं) नगरवीषि तेणि समि
कहि (हे) आगि
लोकमां जांणो ईद्रि (इन्द्रे) फरशूरामनि हाथे होइ (होय) करी शरषो (तृ०) करूं
सकि (शके)
होय
पमाडु
ग्रही
बोल्या
तेहनि
थाय
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