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सोळमो अने सत्तरमो सैको
नाम
क्रि० थाइ चढइ
क्रि० दीठा
नाम विण
भमाया
दया वली ठेसि
मानव
सेवु
गमाया
तिम
सेवऊ
उदर दोहिलां कोइ
दीइ
समाया प्रणमिसु तविया लहिउ भणइ
धर्मतणा भल भेद हीअडड
दिइ
मान भुअणि
द
नारि
निज
नाम यमुनानूं
बाइ
वायु
हरि
.
पछि छबीलाजीनी
घड़ी
१८३ कविराज नरसिंह महेताक्रि० कि०
नाम मूकू म्यल्ये जडी खपी
नाथन मूक्यु कीधी आप्यू करी हरजीशु मूकशि
द्याढानो हुआ
ध्रुवतणी ग्रिहि दीजि
भलेरो
तूनिं दि छे व्यना रिहि खम्यां न जाय मुहुनिं
मांड्यूं
दीघो
लंपटपणू वैराग
गाजे
बिठो
करूं
सुखे तेहनां
निश्चे
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