________________ श्रीसिद्धहेमचन्द्रशब्दानुशासनम् 303 1941 युजण संपर्चने / 1965 आङः सदण गतौ / 1942 लीण् द्रवीकरणे / 1966 छुदण् संदीपने / 1943 मीण मतौ / 1967 शुन्धिण् शुद्धौ / 1944 प्रीगण. तर्पणे / 1968 तनूण श्रद्धाघाते / 1945 धूगण कम्पने / (उपसर्गाद् दैर्ये / ) 1946 वृगुण आवरणे / 1969 मानण् पूजायाम् / 1947 जूण् वयोहानौ / 1970 तपिण् दाहे / 1948 चीक 1949 शीकण् | 1971 तृपण् पृणने / " आमर्षणे / / 1972 आप्लण लम्भने / 1950 मार्गः अन्वेषणे / 1973 दृभैण् भये / 1951 पृचण संपर्चने / . 1974 ईरण् क्षेपे / 1952 रिचण् वियोजने च / . 1975 मृषिण् तितिक्षायाम् / 1953 वचण भाषणे / 1976 शिषण असर्वोपयोगे / 1954 अर्चिण् पूजायाम् / (विपूर्वो अतिशये / ) 1955 वृजैण् वर्जने / . . 1977 जुषण परितर्कणे / 1956 मृजौण शौचा-ऽलङ्कारयोः / / .1978 धृषण प्रसहने / 1957 कठुण शोके / / 1979 हिसुण हिंसायाम् / 1958 श्रन्थ 1959 ग्रन्थण सन्दर्भे / | 1980 गर्हण विनिन्दने / 1960 क्रथं 1961 अर्दिण् | 1981 षहण मर्षणे / हिंसायाम / 1962 श्रथण बन्धने च / / 1963 वदिण भाषणे / (संदेशने इत्यन्ये / ) 1964 छदण अपवारणे /