________________ श्रीसिद्धहेमचन्द्रशब्दानुशासनम् . 291 1375 छुपत् स्पर्शे / स्फुरणे / 1376 रिफत् कथन-युद्ध-हिंसा- | 1400 किलत् श्वैत्य-क्रीडनयोः / दानेषु / | 1401 इलत् गति-स्वप्न-क्षेपणेषु / 1377 तृफ 1378 तृम्फत् तृप्तौ / / 1402 हिलत् हावकरणे / 1379 ऋफ 1380 ऋम्फत् 1403 शिल 1404 सिलत् उज्छे / हिंसायाम् / | 1405 तिलत् स्नेहने / 1381 दृफ 1382 दृम्फत् / 1406 चलत् विलसने / . उल्लेशे / | 1407 चिलत् वसने / 1383 गुफ 1384 गुम्फत् / / 1408 विलत् वरणे / ग्रन्थने / | 1409 बिलत् भेदने / 1385 उभ 1386 उम्भत्.। / 1410 णिलत् गहने / ... पूरणे / / 1411 मिलत् श्लेषणे / 1387 शुभ 1388 शुम्भत् | 1412 स्पृशंत् संस्पर्शे / - शोभार्थे / | 1413 रुशं 1414 रिशंत् 1389 दृभैत् ग्रन्थे / .... हिंसायाम् / 1390 लुभत् विमोहने / 1415 विशंत् प्रवेशने / 1391 कुरत् शब्दे / 1416 मृशंत् आमर्शने / 1392 क्षुरत् विखनने / 1417 लिशं 1418 ऋषैत् गतौ / 1393 खुरत् छेदने च / 1419 इषत् इच्छायाम् 1394 घुरत् भीमार्थशब्दयोः / 1420 मिषत् स्पर्धायाम् / 1395 पुरत् अग्रगमने / . 1421 वृहौत् उद्यमे / 1396 मुरत् संवेष्टने / 1422 तृहौ 1423 तुंही 1397 सुरत् ऐश्वर्य-दीप्त्योः / 1424 स्तृहौ 1425 स्तुंहौत् 1398 स्फर 1399 स्फलत्। हिंसायाम् /