________________ 179 सिद्धसहस्रनामकोशः धर्मयूपो 2 . धर्मगणो धर्मनेमि"रकर्मठ:३५ / धर्मचक्रायुधो६ धर्मघोषणो" धर्मपोषण:२८ // 5 // स्पृहामुक्तः स्पृहात्यागी स्पृहापशु:४१ स्पृहोज्झितः" / दूरस्थो" दूरदृग्" दूरपथ स्तथ्यः स्थितिप्रणी: // 6 // अध्यात्मगम्यो "ध्यात्माङ्गोऽध्यात्माप्योsध्यात्मलोचनः / अध्यात्माधित्यको ध्यात्मकैलाशोऽध्यात्म शासनः // 7 // अध्यात्मवासोऽध्यात्मा!ऽध्यात्मार्कोऽध्यात्मभास्करः / अध्यात्मांशु र्घनाध्यात्मः स्वाध्यात्मोऽध्यात्म'सङ्ग्रहः // 8 // अध्यात्मकोटि रध्यात्मसारोऽध्यात्मपरिग्रहः / अध्यात्मसृष्टि "रध्यात्मपवित्रोऽध्यात्मपारगः // 6 // अध्यात्मपूर्णोऽध्यात्मेष्टोऽध्यात्माढयोऽध्यात्मसंश्रयः७२ / अध्यात्मयज्ञोऽध्यात्मेन्द्रो ऽध्यात्मेनोऽध्यात्मवासितः / / 10 / / 'अध्यात्मभाव्योऽध्यात्मेद्धोऽध्यात्माध्वा ऽध्यात्मसङ्गतः / अध्यात्मरङ्गोऽध्यात्मार्थोऽध्यात्माभोऽध्यात्ममन्दिरम // 11 // अध्यात्मपूतोऽध्यात्मास्थोऽध्यात्माज्ञोऽध्यात्मसंवरः / अध्यात्मस्थोऽध्यात्मधनो ऽध्यात्मज्ञो' ऽध्यात्मविष्टर:।।१२॥ 1. स्पृहाधनः 42 जं० // 2. त्मसङ ग्रहः 54 जं० // 3. 'त्मशासनः 62 0 // 4. 'भावो 77 जं. // 5. ध्यात्माग्रो (? ङ्गो) 82 0 65 जं० //