________________ // श्री॥ . श्री लोकाशाह मत-समर्थन गुजराती संस्करण पर प्राप्त हुई सम्मतियाँ (1) भारत रत्न शतावधानी पंडित मुनिराज श्री रत्नचन्द्रजी महाराज और उपाध्याय कविवर मुनि श्री अमरचन्द्रजी महाराज साहब की सम्मति-- "लोकाशाह मत-समर्थन" अपने विषय की एक सुन्दर पुस्तक कही जाती है, लोकाशाह के मन्तव्यों पर जो इधर उधर से आक्रमण हुए हैं, लेखक ने उन सब का सचोट उत्तर देने का प्रयत्न किया है। और लोकाशाह के मंतव्यों को श्रागम मूलक प्रमाणित किया है / उदाहरण के रूप में जो मूल पाठ दिए हैं वे प्रायः शुद्ध नहीं हैं / अतः अगले संस्करण में उन्हें शुद्ध करने का ध्यान रखना चाहिए /