________________ (04) ७-तुगिया के श्रावक प्रश्न-भगवती सूत्र में कहा गया है कि तुंगिया नगरी के धावकों ने जिन-मूर्ति-पूजा की है, इसके मानने में क्या बाधा है ? उत्तर-उक्त कथन भी एकान्त असत्य है, भगवती सूत्र में उक्त श्रावकों के वर्णन में मूर्ति-पूजा का नाम निशान तक भी नहीं है ! किन्तु सिर्फ मूर्ति-पूजक लोगों ने उस स्थल पर आये हुए कयबलि कम्मा' शब्द का अर्थ मूर्ति पूजा करना ऐसा हैं यही तो अर्थहै, क्योंकि-यह शब्द जहां स्नान का संक्षेप वर्णन किया गया है ऐसे जगह में अथवा बलवर्द्धक कर्म के अर्थ में आया है उसे धार्मिकता का रूप देना नितान्त पक्षपात है और जहां स्नान का विस्तार युक्त कथन है वहां श्रावकों के अधिकार में भी यह बलिकर्म शब्द नहीं है / ( देखो उववाह जंबुद्वीप प्रज्ञप्ति) किन्तु जहां स्नान का विस्तार संकुचित किया गया है, वहां यही शब्द पाया है अतएव इस शब्द से मूर्ति-पूजा करना सिद्ध नहीं हो सकता।