________________ ( 22) ३-"आनन्द श्रावक" प्रश्न-पानन्द श्रावक ने जिन प्रतिमा वांदी है, ऐस कथन "उपासक दशांग" में है, इस विषय में आपका क्य कहना है ? उत्तर-उक्त कथन भी असत्य है, उपासकदशांग / अानन्द के जिन प्रतिमा वन्दन का कथन नाम मात्र को भी नहीं है, यह तो इन बन्धुत्रों की निष्फल ( किन्तु अन्ध श्र द्धालुओं में सफल ) चेष्ठा है, ये लोग मात्र वहां आये हुए 'चैत्य' शब्द से ही मूर्ति वन्दने का अडंगा लगाते हैं, जो कि सर्वथा अनुचित है / यह शब्द किस विषय में और किस अर्थ को बताने में आया है पाठकों की जानकारी के लिए उस स्थल का वह पाठ लिखकर बताया जाता है-- नोखलुमेभंते कप्पईअजप्पभिइंश्रन्नउत्थिएवा अण्णउत्थियदेवयाणिवा, अण्णउत्थियपरिग्गहि याणिवा चेइयाइ, बंदित्तएवा, णमंसित्तएवा, पु: