________________ (65) यदि हुण्डी का भाव सत्य नहीं हो, लिखने शिकारने वाले अयोग्य हो तो उस हुण्डी का मूल्य ही क्या ? यों तो कोई राह चलता-ले भग्गु भी लिख डालेगा, तो क्या वह भी सच्ची हुण्डी की तरह कार्य साधक हो सकेगी? ___ हुण्डी की स्थापना हुण्डी की नकल याने प्रतिलिपि है, यदि कोई मनुष्य हुण्डी की नकल करके उससे रुपये प्राप्त करने जाय तो वह निराश होने के साथ ही विश्वासघातकता के अभियोग में कारागृह का अतिथि बन जाता है। अतएव यह सत्य समझिये कि हुण्डी स्वयं भाव निक्षेप में है किन्तु स्थापना में नहीं, स्थापना में तो हुण्डी की नकल है. जो हुण्डी के बराबर कार्य साधक नहीं होती। मातरस)