________________ (234) अलंकृत यह ग्रन्थ प्रत्येक वैयाकरण को तो भवश्य रखना ही चाहिये / सुपर रोयल 8 पेनी साइज़ क. मोटे कागज़ के पृष्ठ 313, मूल्य फक्त रु. 2-0-0. 8 कविकल्पद्रुम-यह व्याकरणोपयोगी ग्रन्थ श्रीहर्षकुल प्रणीत है / व्याकरणानुसार इसमें धातुओं को श्लोकबद्ध कर दिये हैं / धातुपाठ कण्ठस्थ करनेवाले विद्याथिओं को तो यह खास उपयुक्त है। और भी व्या करणोपयोगी कई बातें इसमें हैं। मूल्य 0-4-0.. 9 सिद्धान्तरत्निकाव्याकरण-( संटिप्पण ) सारस्वत चन्द्रिका की पद्धति का, यह छोटा और उपयोगी व्याकरण श्रीजिनचंद्रसरि महारानने बनाया है / संक्षेप से संस्कृत भाषा का ज्ञान प्राप्त करनेवालों के लिये तो यह. खास उपयुक्त है / उपलब्ध प्राचीन व्याकरणों में यह प्रायः सब से छोटा व्याकरण है। इसमें वाक्यप्रकाशादि से उद्धृत कर के व्याकरणोपयोगी करीब 60 श्लोकों का संग्रह भी दिया है / कलकत्ता की श्वे० जैनव्याकरण की प्रथमा परीक्षा का यह ग्रंथ है / पृ० 240, मूल्य 0-12-0. 1. सिद्धहेमशब्दानुशासन मूल (व्याकरण)-प्रसिद्ध वैयाकरण पञ्चानुशासनविधाता श्रीहेमचन्द्राचार्य के संस्कृत