________________ जो यऽणवट्ठियपल्लो सरिसवपुत्रो पवनिओ पुग्विं / ताओ असब्भावपकप्पणाए केणावि देवेण // 155 // उक्खिविय पक्खियंतो सरिस्सवा दीवसागरे सेवं / दीवसमुद्दक्खेवेण जाव सव्वे वि निट्ठविया // 156 // तो तप्पज्जवसाणो जंबूदीवाइओ हवइ पल्लो / अणवट्ठिओ त्ति तत्तो एगो उ सलायपल्लम्मि // 157 // सरिसवओ परिखिप्पइ पुणरवि तं सरिसवाण भरिऊणं / अणवट्ठियंति पल्लं उखेप्पइ तओ उ दीवम्मि // 158 // उयहिम्मि य तो एवं पुव्वकमेणं जया य निट्ठविओ। तइया बीय सलाया पक्खिप्पइ सलायपल्लम्मि // 159 // पुव्वक्कमेण खिविउं अणवट्ठियपल्लियं भरेऊणं / उक्खिवियनिट्ठिएसुं तइय सलागा तओ पडइ / // 160 // तम्मि सलायापल्ले एएण कमेण जाव सो पल्लो / पडिपुनो उ सलायाहिं हवइ अणवट्ठियतयाहिं // 161 // भरिओ वि न ओखिप्पइ तइया अणवढिओ उ पल्लो त्ति / जेणं सलायपल्लो सलाइया तत्थ नो माइ // 162 // तत्तो सलायपल्लो वि चेव उक्खिप्पए तओ दीवे। उयहिम्मि य पक्खिप्पइ. ता जा सव्वो वि निट्ठविओ // 163 / / एगा सलाइया तो पखिप्पइ पडिसलायपलंमि / पुणरवि अणवट्ठियपल्लसंतियाहिं सलायाहि / // 164 // भरियइ सलायपल्लो तेणेव कमेण पडिसलागक्खो / पल्लो भरियइ तम्मि भरिए अणवट्ठिएण तहा // 165 // भरिए सलायपल्ले नो उक्खिप्पइऽणवढिओ पल्लो / नेव य सलायपल्लो जत्तो नो माइ तइयम्मि // 166 // 239