________________ अहवा पिआगहाई पहाणपुरिसा व जं जहाजोग्गं / जाणंति तं ठवंति य दुण्ण वि एगो व पट्टधरो . // 56 // तम्हा हु उसभपहुणो सयसंखा आसि निवइणो पुत्ता / / इक्किक्कस्स य तत्तो, सहस्ससो निवइणो ते वि // 57 // जा कोडिलक्खसंखा, पिहु पिहु आसीय सुबहु वित्थारं / संते पियरम्मि निवा, तहेव लोअम्मि रघुवंसे // 58 // एवं पिया पियामहमाइय सत्ताइ निवइणो आसि / तेणं चिअ सो वंसो वित्थरिओ सु१ सयसाहं // 59 // जइ जणगो एगं चिल ठवेइ अण्णं तु तम्मि अवसंते / तं चेव गणइ पट्टे इग तय हीणा व परिवाडी // 60 // पियरम्मि असंते वा पुत्तो पुत्तं ठवेइ रज्जम्मि / ण य वा बंधवपुत्तं पहाणपुरिसो वणों ठवइ // 61 // ता उसभसामिवंसे जा वुड्डी वण्णियासु बहुसत्थे / . सा ण हु जुज्जइ जुज्जइ जइ ता. तेहिं अणीइकया // 62 // एवं च पुंडरीअप्पमुहाण वि गणहराण वंसम्मि / . विणयं सयसाहं तित्थं वित्थारमावण्णं // 63 // तह वद्धमाणजिणवरतित्थं वडपायवु व्व एवं पि / वुट्टे (?) परमं पत्तं तं जुज्जइ पण्णहा कह वि // 64 // तत्थ वि इगस्स गुरुणो, बहवे वि भवंति सूरिणो सीसा / केसि चिअ पुण तेसि णियणियणामेण गणमाइ // 65 // जस्स गणो सो णियमा, गणहारी कयगणणुण्णत्तणेण गणहारी / सो वि ठवेइ नियपए स गुरुम्मि विरायमाणम्मि // 66 // ठविऊणं कयकिच्चो सो जइ, जिणकप्पमाइमहिलसइ / / अप्पाउओ व होई, तट्ठविओ तह वि तस्स पए // 67 // 353