________________ सक्खं चिअ एवं खलु ताए संतम्मि हुंति रायाणो / जह रामकेसवमुहा पुत्ता वसुदेवपमुहम्मि . . // 44 // वसुदेवो वि अ राया तहेव राया समुद्दविजओ वि / सव्वे वि वा दसारा तेसिं केसिंचि पुत्ता वि // 45 // एवं जादववंसे जुगवं बहवो वि पुत्तपितिपमुहा / पइ सत्थं रायाणो भणिआ उसभस्स वंसे अ // 6 // दहिवाहण-करकंडूपमुहा जयविजयधम्मभाईआ / . पितिपुत्ता समकालं रायाणो जायअभिसेआ, // 47 // किं बहु भणिएणं वा जइ सामंता वि हुँति रायाणो / ता ठविअ सपुत्ताणं निवत्तणे को णु संदेहो // 48 // इणमेवं विअ जुज्जइ अण्णह इह चक्कवट्टिमाईणं / संते जणगप्पमुहे न चक्किपयमाइयं होइ , // 49 // एएणमिमं सिद्धं बहुपुत्तो जो हवेइ महराया / सो छंदेण ठवेई पिहु पिहु रज्जम्मि नियपुत्ते // 50 // रज्जं कुणंति सव्वे पिउणो आणाइ वटुंता // 51 // जणगो वि तेसिमेवं सेवंताणं करेइ सुपसायं / समबुद्धी सव्वेसु वि जइणो गहियं वयं हुज्जा // 52 // तेसिं पुण जइ एगो महब्बलो होइ होउ ता नूणं / / सो अग्गजोणुजो वा णियमो पुण इत्थ ण हु को वि // 53 // ठविअत्तणाविसेसा वंसे सव्वेसि तेसि परिवाडी / अव्वुच्छित्तिणिमित्तं हवेइ एगो वि जा वंसे // 54 // समगं ठविआणं पुण गहित्तुकामो हवेइ जइ दिक्खं / . अहवा सो अप्पाऊ रज्जम्मि ठवेइ तो पुत्तं . // 55 // 352