________________ कसिणा परीसहचमू सहोवसग्गेहिं जइ य उट्ठिज्जा / ' जो होइ तमव्वहिओ धणियं धीरो धिइबलेणं. // 132 // पडिबज्जंतो कप्पं अप्पाणमिमाहि तुलइ मुणिवसभो। .. एसो वि जहासत्तिं भावेइ इमाओ को दोसो ? // 133 // एवं भावेमाणो भिक्खू संलेहणं उवक्कमइ / नाणाविहेण तवसा बज्झेणऽभिंतरेण तहा // 134 // संलेहणा य दुविहा-अभिंतरिया य बाहिरा चेव / अभिंतरा कसाए होइ, अणभिंतरा देहे // 135 // अणसण मूणोयरिया वित्तीसंखेवओ रसच्चाओ। . कायकिलेसो सिज्जा य विवित्ता बाहिरो उ तवो // 136 // देसे सव्वे अणसण, सव्वाणसणं भणंति चरिमं ति / देसे चउत्थमाई जहंसत्ती कुणइ तं एसो // 137 // एगाइकवलहाणी पउण दु-तिभाय पाय जा कवलं / कवलऽद्धमेगसित्थं ऊणोयरियातवो एसो / // 138 // गोयरविहिमट्ठविहं दव्वाइअभिग्गहे अणुचरंतो / पिंडेसणाओ पाणेसणाओ समयाओ संखिवइ // 139 // भिक्खा-दत्तिपमाणं गासपमाणं च पवयणपसिद्धं / एमाइ बहुवियप्पो नायव्वो वित्तिसंखेवो // 140 // चत्तारि महाविगईओ हुंति नवणीय मंस मज्ज महू / कंखापसंगदप्पासंजमकारीओ एयाओ // 141 // आणाभिकंखिणा वज्जभीरुणा तवसमाहिकामेणं / / ताओ जावज्जीवं निज्जूढाओ पुरा चेव .. // 142 // खीर दहि सप्पि तिल्लं गुडो य ओगाहिमं च जहसत्तिं / निज्जूहइ एयाई विस-लोण-पलंडुमाईणि . // 143 // CO