________________ नामाइमंगलाणं पढमं चिय मंगलं नमोक्कारो। अवणेइ वाहि-तक्कर-जलणाइभयाइं सव्वाइं // 900 // हरइ दुहं, कुणइ सुहं, जणइ जसं, सोसए भवसमुदं / इहलोय-पारलोइयसुहाण मूलं नमोकारो // 901 // इहलोगम्मि तिदंडी सादिव्वं माउलिंगवणमेव / . परलोए चंडपिंगल इंडियजक्खो य दिटुंता // 902 // अरहंताणं तु नमो, नमोऽत्थु सिद्धाण, तह य सूरीणं / उवझायाणं च नमो, नमोऽत्थु सव्वेसि साहूणं // 903 / / . इय पंचनमोक्कारो पावाण पणासणो असेसाणं / तो सेसं चइऊणं सो गज्झो मरणकालम्मि // 904 // अरहाइनमोक्कारो जीवं मोएइ भवसहस्साओ। भावेण कीरमाणो होइ पुणो बोहिलाभाए // 905 // पंचनवकारमंतो हिययम्मि पइट्ठिओ हवइ जस्स / मोहपिसाओ न जिणेइ तं नरं, तरइ य भवोहं .. // 906 // पंचनमोक्कारवरत्थसंगओ अणसणाऽऽवरणजुत्तो / वयकरिवरखंधगओ मरणरणे होइ दुज्जेओ / / 907 // एसो परमो मंतो, एसो सारो दुवालसंगस्स / एयं नेयं झेयं कल्लाणं मंगलं पत्थं // 908 // उच्चारिउमसमत्थो सुणिज्ज निज्जामएण भन्नतं / संवेगभावियप्पा जा चरिमुस्सास-निस्सासं // 909 // इय झायंतो खवओ जइया परिहीणवाइओ होज्जा / .. आराहणाए तइया इमाणि लिंगाणि दंसेइ // 910 // हुंकारंजलि-भमुहंगुलीहिं दिट्ठीहिं करपयारेहि। सिरचालणेण य तहा सन्नं दाएइ सो खवओ // 911 / / ,