________________ जीवंजीव-कविजल-चकोर-बग-चक्कवाग-चासा य / सवली लट्टा भंयरव दुग्ग वही सालहीया य // 384 // कुक्कुड-कुक्कुडि-इंडग-लावग-तित्तिर-कवोय-सिंचाणा / एमाइ खयरजीवे खामेमि तिहा वि उद्दविए . // 385 // तह मणुयलोयबाहिं समुग्गपक्खी य विययपक्खी य। हिंडतेण भवम्मि विराहिए ते वि खामेमि // 386 // कण्हाहि-गोरसप्पा कंकाहिय-पउम-नागिणी परडा / गोणस-अयगरपमुहे उरसप्पे दूमिए खामे // 387 // नउला कोला संडा गोहीओ बंभणीओ खाडहिला / घरकोइल-सरडाई भुयपरिसप्पे हए खामे // 388 // इय अभिहयमाईहिं विराहियाणं तिरिक्खजीवाणं / विहियं मिच्छा दुक्कडमह खामेमि नरे सव्वे // 389 // सम्मुच्छिमा य गब्भय मणुया दुविहा समासओ तत्थ / अंतोमणुस्सखित्ते संखा-संखाउमणुयाणं . // 390 // उच्चार-खेल-पासवण-वंत-सिंघाण-पूइ-रुहिरेसु / विगयकलेवर-पिसियाइएसु सब्भावविलिएसु // 391 // तह इत्थी-पुमजोए पुरनिद्धमणाइअसुइठाणेसु / सम्मुच्छंती मणुया अंगुलअस्संखभागतणू // 392 // अंतमुहुत्ताऊया अस्सन्नी मिच्छदिट्ठि अपजत्ता / वहिया जे मुच्छनरा करेमि मिच्छुक्कडं तेसिं // 393 // पंचसु विदेहएK, पंचसु भरहेसु एरवयपणगे / जे कम्मभूमिमणुए विराहिए ते तिहा खामे // 394 // हेमवएसुं पंचसु, पंचसु हरिवासएसु, सुरकुरुसु / पंचसु, पंचसु उत्तरकुरूसु तह रम्मपणगम्मि // 395 // 33