________________ इय पत्तेयतरूणं अणेगभेयाण जमिह दुट्ठ कयं / सहसा अन्नाणेण व कारणओ वा तयं खामे // 372 // संख-कवड्डय-गंडोल-अलस-आसंग-अक्ख-सिप्पा उ।। गड्डर-मेहर-ईयल-वालय-किमिया य वंतरिया // 373 // पूयर-जलोयपमुहा जीवा बेइंदिया मए जे य / / वहिया उद्दविया वा त्रिविहेणं ते खमावेमि . // 374 // कीडी चूडयलाओं कुंथू उद्देहिगा य घिम्महिला / इल्ली मंकुण जूया खुडही लूया य गद्दहिया . // 375 // कन्नसियाली पिसुया गोगीडा छगण-धन्नकीडा य / जे तेइंदियसत्ता वहिया खामेमि ते सव्वे // 376 // विच्चू-कोलिय-मसगा मक्खी कुत्ती य चंचडा दंसा / भमरा भमरी तिड्डा सलभ-पतंगा यं खज्जोया // 377 // कंसारियाइया उ जे के चउरिदिया मए पाणा / दुक्खे ठविया खामेमि ते अहं सव्वभावेणं .. // 378 // जलयर-थलयर-खहयर-उर-भुयसप्पाण तिरिपणिदीणं / . सम्मुच्छिम-गब्भाण य अहुणा काहामि खामणयं // 379 // जलयरजीवे खामेमि जे हए मच्छ-कच्छभे गाहे / सुसुमार-चक्क-दहुर-जलकरि-जलमाणुसे णेगे . // 380 // हरिण-हरि-वग्घ-चित्तय-संवर-गोरहर-सूयर-सियाले / सरभ-विग-रिछ-रुज्झय-ससाइ आरनए णेगे // 381 // गय-करह-तुरग-वेसर-रासभ-गो-गावि-महिस-मेसे य / अय-एड-साणपमुहे विराहिए थलयरे खामे // 382 // भारंड-मोर-कोइल-बलाह-सुग-हंस-गिद्ध-पारेवा / सारस-कोसिय-वायस-होलाहिय-कुंच-ढिंका य // 383 // 32