________________ // 312 // // 313 // // 314 // // 315 // // 316 // // 317 // इय परकयसुकयाणं बहूणमणुमोयणा कया एवं / अह नियसुचरियनियरं सरेमि संवेगरंगेणं . धन्नो मि जेण पत्ता तिनि य सन्नाण-दंसण-चरित्ता / परिपालणा य विहिया सम्मं चरणस्स करणस्स आयरिय-वायगाणं वायणसूरीण थेर-सेहाणं / खवगाण गिलाणाणं वेयावच्चं कयं जं च समिईणं गुत्तीणं सत्तरसविहस्स संजमस्स मए / परिपालणं च विहियं नवगुत्तिसणाहबंभस्स सत्तण्ह मंडलीणं करणं, गहणं चउण्ह कालाणं / सज्झायस्स विहाणं विणयम्मि जं समाहाणं कालियसुयस्स गुणणं, अंगाऽणंगसुयजोगवहणं जं / अणहिय-अहीणकरणं पडिलेहाऽऽवस्सयाईणं तह चक्कवालदसविहसामायारीए पालणं सययं / सिरिधम्मदेसणाए वक्खाणस्स य विहाणाई पडिबोहो भव्वाणं अउव्वसत्थावगाहणं सययं / सेहाइयाण परिपाढणं च अगिलाणयाए य सिद्धतवायणाए गहणं तंह गाहणं च सिस्साणं / निम्माणमउव्वाणं सुपसत्थाणं च सत्थाणं वित्तीणं चुन्नीणं करणं कयपुव्वसूरिगंथाणं / सम्मत्त-सव्वविरईए देसविरईए आरोवो नियमाऽभिग्गहगहणं सयं परेहिं गहावणं विहिणा / परिगहपमाणकरणं सभंगयं सड्ढ-सड्ढीणं पडिमारोवो तेसिं तहेव आलोयणापयाणं च / निप्फायणं च विणओवयारनिउणाण सिस्साणं // 318 // // 319 // // 320 // // 321 // // 322 // // 323 // . 27