________________ हणिउं विसय कसाए, जिणिउं इंदिय परीसहे दुसहे / अहियासिय वियणाओ, सहिउं दिव्वाइउवसग्गे // 240 // झाइत्तु सुक्झाणं, खविउं सगचत्त घाइपयडीओ। पयडियकेवलनाणा भवंतु मे सरणमरिहंता // 241 // ओसरिय समोसरणे पडिसेविय पाडिहेरवरपूयं / . सेविय बुद्धाइसए वयणाइसए य पणतीसं // 242 // काउं तित्थपवित्ति, चउहा धम्मं कहित्तु परिसाए / छित्तुमसंखजियाणं संदेहे एगवयणेण // 243 // अडसहसलक्खणधरा, अट्ठारसदोसरहिय सुरमहिया / मुक्खसुहं अरहंता अरिहंता हुतु मे सरणं // 244 // अरिहंतसरणवरजलपक्खालियपावपंकसुइगत्तो। सिररइयपाणिकमलो पडिवज्जइ सिद्धसरणं ति // 245 // दुट्ठकम्मघणकट्ठसंचयं सुक्कझाणजलणेण / . दहिऊण सिवं पत्ता सरणं मे हुंतु ते सिद्धा // 246 // 'खीणमइनाणवरणाइएहिं' अहवा 'न-दीह'पमुहेहिं / इगतीसाए गुणेहिं समिद्ध सिद्धा सया सरणं // 247 // झाण-तवमुग्गरेणं चउगइसंसारचारगागारं / भंजिय पंचमगइमणुपत्ता सिद्धा ममं सरणं // 248 // जेऽणंतनाण-दसण-वीरिय-सुहरूवऽणंतचउसहिया / भवदुक्ख-सुक्खरहिया लोयग्गठिया, अरिहमहिया // 249 // साईअपज्जवसिया, तित्थाऽतित्थाइपंचदसभेया / सिद्धा जिणिदभणिया, तिलोयचूडामणी सरणं // 250 // जत्थ न जरा, न मच्चू, न वाहिणो, नेव परिभवो, न भयं / न य तण्हा, नेव छुहा, न पारवस्सं, न दोहग्गं // 251 // हा /