________________ भज्जेज्ज व अवणेज्ज व कोई तो तुम्ह कम्मबंधो उ / तम्हा बुज्झह पुन्नं पावं वा निययपरिणामा . // 193 // दितस्स पुनमउलं भक्खंतस्स य पुणो महापावं / कुसलेयर भावाओ एवं चिय जिणगिहाइसु वि // 194 // जइ पुण तह कायव्वं जह दव्वं नेय होइ चेइहरे / ता कह सहलं वयणं एयं सिद्धंतसुपसिद्धं // 195 // जिणपवयण-विद्धिकरं पभावणं नाण-दंसणगुणाणं / रक्खंतो जिणदव्वं परित्तसंसारिओ होइ // 196 // जिणपवयण-विद्धिकरं पभावणं नाण-दसणगुणाणं / वड्ढ्तिो जिणदव्वं तित्थयरत्ताइअं लहइ // 197 // जिणपवयण-विद्धिकरं पभावणं नाण-दसणगुणाणं / भक्खंतो जिणदव्वं अणंतसंसारिओ होइ // 198 // अन्नं चासुहतरयं कुणंतओ वि हु सुहाउ भावाउ / पावइ पुन्नं सल्लुद्धरो व्व वीरस्स किंतु सुहं . // 199 // सुपसत्थवत्थ-कणयाइवत्थुवित्थावहिरं पडिमं / कारावसु देसंतो रे जिय ! जइ महसि मणइटें // 200 // अगीयत्तं अवरे उ अत्तणो देसयंति इय बिता / सव्वावत्थासुं वि य पडिसिद्धमसुद्धमनाई // 201 // मयमेयं न रमइ माणसम्मि गुरुगच्छवुढिसीलाण / सूरीणं जं पयडं ववहारस्सेरिसं वयणं // 202 // जावज्जीवं गुरुणो सुद्धमसुद्धेण होइ कायव्वं / वसहे बारस वासा अट्ठारस भिक्खुणो मासा // 203 // नीरोगाण वि तह देसकालमासज्ज होइ गहणे व / जम्हा निसीहगंथे पयडमिणं भणियमेवं तु // 204 // 250