________________ // 146 // // 147 // // 148 // // 149 // // 150 // // 151 // भत्ते पाणे धोवणपसंसणाहत्थपायसोए य / आयरिए अइसेसो अणइसेसो अणायरिए एए पुण अइसेसे उवजीवइ न वा वि को वि। दढदेहो निदरिसणं एत्थ भवे अज्जसमुद्दा य मंगूय मलमइलवत्थदेहाण भावकप्पूरपूरपुत्राणं / दढदेहाणं सूरीण भणसु मा कि पि पडिकुलं अमुणियमुणीणचरणा केइ मज्जण्हकालसमयम्मि / इत्थीण केवलाणं कर्हिति धम्मं भावाभिरया सिद्धन्तामयपडिपुन कनपुडयाण संमयं नेयं / जम्हा इय कहणम्मी एए दोसा पसज्जंति इत्थिकहा उ अगुत्ती अकालचारित्तणं तहा संका। . पलिमंथो तह दसकालियम्मि अन्नं इमं भणियं विभूसा इत्थिसंसग्गी पणीअं रसभोयणं / नरस्सत्तगवेसिस्स विसं तालउडं जहा जहा कुक्कुडपोयस्स निच्चं कुललओ भयं / एवं बंभयारिस्स इत्थीविग्गहओ भयं हत्थपायपडिच्छिनं कन्ननास विगप्पियं / अवि वाससयं नारिं बंभचारी विवज्जए . अंगपच्चंगसंठाणं चारुल्लवियपेहियं / इत्थीणं तं न निज्जाए कामरागविवड्ढणं चित्तभित्ति न निज्जाए नारिं वा सुअलंकियं / भक्खरं पिव दळूणं दिठिं पडिसमाहरे एत्तो च्चिय केइ पुव्वसूरिणो मोक्खसोक्खतलिच्छा / आसीसं पि हु दिता अहोमुहाए व ट्ठिीए // 152 // // 153 // // 154 // हियं / . . // 155 // // 156 // // 157 // 253