________________ मुद्धजणविप्पयारणमेत्तं वसहीए संकमो वि इमो / जइ नो अडंति तेसुं गिहेसु तो होज्ज सहलो सो // 136 // खेत्तासईए रोहाइएसु तह वुड्डवासकाले य / संकमकरणं भणियं जहा तहा नेय तं जुत्तं // 137 // निद्धारिऊण मा किं पि कहसु सड्डाण दुन्वियड्डाणं / कज्जाकज्जविभागो दुन्नेओ मंदबुद्धीहि // 138 // सामनेणं भणिए विजइ न रोयंति दुब्बियड्ढाओ / तो पयर्ड चिय साहसु इमाहिं ववहारगाहाहिं // 139 // वुड्ढस्स उ जो वासो वुड्ढिं व गओ उ कारणेणं ति / . एसो उ वुड्ढवासो तस्स उ कालो इमो होइ // 138 // अंतो मुहुत्तमित्तं जहन्नमुक्कोसपुव्वकोडीओ। मुत्तुं गिहिपरियायं जं जस्स व आउय तित्थे // 140 // जंघाबले व खीणे गेलनसहायया व दुब्बल्ले। पडिवन्नउत्तिमढे निप्फत्ति चेव तरूणाणं // 141 // निप्फत्ती तरूणाणं अंतिमदारस्स विवरणं तत्थ / आयपरे निष्फत्ती कुणमाणे या वि अच्छेज्जा मासाइ विहारो पुण गीयत्थाणं वनिओ समये / एतो च्चिय भणियमिणं गीयत्थस्सेव य विहारो // 142 // गीयत्थो य विहारो बीओ गीयत्थमीसओ भणिओ। एत्तो तइयविहारो नाणुनाओ जिणिदेहि // 143 // सुत्तेगदेसमेगे घेत्तुं जपंति अमुणियविहाया / उज्जलवेसो सूरीण सव्वया होइ सव्वेसि // 144 // तं पि न सव्वाणं पि हु जम्हा ववहारभणियमेवं तु / पयडियविहायमग्गं विउडियमंदमइपसरं // 145 // પર