________________ तह बंभसंतिमाईण केई वारिति पूयणाईयं / तन्न जओ सिरिहरिभद्दसूरिणो णुमयमुत्तं च // 100 // साहम्मिया य एए महड्डिया सम्मदिट्ठिणो जेण / एत्तो च्चिय उचियं खलु एएसिं इत्थ पूयाइ // 101 // विग्घविघायणहेउं जइणो वि कुणंति हंदि उस्सग्गं / . खित्ताइदेवयाए सुयकेवलिणा जओ भणियं // 102 // चाउम्मासियवरिसे उ उस्सग्गो खेत्तदेवयाए य / / परिकयसेज्जसुराए करिति चउमासिए वेगे / // 103 // संपइ निच्चं कीरइ सन्निज्झाभावओ विसिट्ठाओ / वेयावच्चगराणं इच्चाइ वि बहुयकालाओ // 104 // विग्घविघायणहेउं चेईहररक्खणा य निच्चं पि। कुज्जा पूयाईयं एयाणं धम्मवं किंच . // 105 // मिच्छत्तगुणजुयाणं निवाइयाणं करिति पूयाई। . इहलोयकए सम्मत्तगुणजुयाणं न ऊण मूढा . // 106 // मा मा तुमं निवारसु तम्हा एयाण पूयणाईयं / जइ निविग्धं धम्मं इच्छसि काउं सया जीव // 107 // अन्ने उ गुरुयसिरिमोहरायआणापरव्वसा बाला / पाढिति सावयणजणे उस्सग्गववायगाहाउ // 108 // तं तु न कहं पि हरिसं जणेइ सुबहुस्सुयाण सूरीणं / जम्हा निसीहगंथे सावयमुद्दिस्स भणियमिणं // 109 // इयरसुयं पि पाढंतयाण साहूण संजईणं / पच्छित्तं खलु एयं सिद्धताउ पुणो ताण // 110 // छज्जीवणिसुत्तेण अत्थउ पिंडएसणा चेव / कप्पइ पढिउं सोउं च आगमाउ न उण अन्नं // 111 // 249