________________ इत्थी पुण उद्धठिया अवणयकाया अछनठाणठिया / गुतिदिओवउत्ता अडकनं सम्ममालोए // 168 // सुगुरूण अलाभम्मि आलोएज्जाऽववायओ / पासत्थाणं पि गीयाणं काउं सव्वं पि तं विहिं // 169 // तदभावे उ अन्नेसिं जा सिद्ध काउ माणसे / आराहणा ससल्लाणं जओ नत्थि त्ति सासणे // 170 // आलोएज्जा य संविग्गो अगोवितो य दुक्कियं / आरब्भ बालकालाओ जं जहा विहियं पुरा // 171 // जह बालो जंपंतो कज्जमकज्जं च उज्जुयं भणइ / तं तह आलोएज्जा माया-मयविप्पमुक्को य // 172 // सहसा अन्नाणेण व भीएण व पिल्लिएण व परेणं / वसणेणाऽऽयंकेण व मूढेण व राग-दोसेहिं // 173 // जं किंचि कयमकज्जं न हु तं लब्भा पुणो समायरिउं।। तस्स पडिक्कमियव्वं न हु तं हियएण वोढव्वं // 174 // नाणम्मि दंसणम्मि य चरणम्मि तवम्मि तह य विरियम्मि / आलोएज्जा सव्वे बायर - सुहमे य अइयारे // 175 // काले विणए बहुमाणे उवहाणे तहा अनिन्हवणे / वंजण अत्थ तदुभए सुयनाणविराहणं वियडे // 176 / / पंचविहस्स वि नाणस्स सव्वभावप्पईवक़प्पस्स / नाणधराण य भववाहिविउडणे विज्जतुल्लाणं // 177 // नाणोवगारयाणं पुत्थीणं पुत्थयाण कवलीणं / पट्टीण टिप्पणाणं पडपभिईणं अणेगाणं // 178 // निंदा-पओस-हीला-अविणय-उवहास-चरणघट्टाई। . आसायणा मए जा विहिया इण्डिं तमालोए .. // 179 // . 15