________________ // 273 // // 274 // // 275 // // 276 // // 277 // // 278 // गूढं पवयणसारं अंगोवंगे समुद्दसरिसम्मि / अम्हारिसेहिं कत्तो तं नज्जइ थोयबुद्धीहि ? . तं पुण आयरिएहिं पारंपरएण दीवियं एत्थ / जइ होज्ज न आयरिया को तं जाणेज्ज सारमिणं? सूयणमेत्तं सुत्तं, सूइज्जइ केवलं तहिं अत्थो / जं पुण से वक्खाणं तं आयरिया पगासेंति बुद्धीसिणेहजुत्ता आगमजलणेण सुट्ट दिप्पंता / कह पेच्छउ एस जणो सूरिपईवा जहिं णत्थि ? चास्तिसीलकिरणो अन्नाणतमोहनासणो विमलो / चंदसमो आयरियो भविए कुमुए व्व बोहेइ दसणविमलपयावो दसदिसिपसरंतनाणकिरणिल्लो / जत्थ ण रवि व्व सूरी मिच्छत्ततमंधओ देसो उज्जोयओ व्व सूरो, फलओ कप्पडुमो व्व आयरिओ / चिंतामणि व्व सुहओ जंगमतित्थं पणिवयामि जे जत्थ केइ खेत्ते काले भावे व सव्वहा अस्थि / तीताणागय-भूया ते आयरिए पणिवयामि आयरियनमोक्कारो जइ लब्भइ मरणकालवेलाए / / भावेण कीरमाणो सो होहिइ बोहिलाभाए आयरियनमोक्कारो जइ कीरइ तिविहजोगजुत्तेहिं / तो जम्म-जरा-मरणे छिदइ बहुए न संदेहो आयरियनमोक्कारो कीरंतो सल्लगत्तणो होइ / होइ नरामरसुहओ अक्खयफलदाणदुल्ललिओ तम्हा करेमि सव्वायरेण सूरीण हो ! नमोक्कारं / कम्मकलंकविमुक्को अइरा मोक्खं पि पावेस्सं // 279 // // 280 // // 281 // // 282 // // 283 // // 284 // 200