________________ उज्झियरज्जे अहवा कुमारए दारसंगहसणाहे / सावच्चे निरवच्चे सव्वे तिविहेण वंदामि // 249 // भव्वाण भवसमुद्दे निबुड्डमाणाण तरणकज्जम्मि / तित्थं जेहिं कयमिणं तित्थयराणं नमो ताणं // 250 // तित्थयराण पणामो जीवं तारेइ दुक्खजलहीओ। तम्हा पणमह सव्वायरेण ते चेय तित्थयरे // 251 // लोगगुरूणं ताणं तित्थयराणं च सव्वदरिसीणं / सवण्णूणं ताणं नमो नमो सव्वभावेणं // 252 // अरहंतनमोक्कारो 'जइ कीरइ भावओ इह जणेणं / ता होइ सिद्धिमग्गो भवे भवे बोहिलाभाय // 253 // अरहंतनमोक्कारो तम्हा चिंतेमि सव्वभावेणं / दुक्खसहस्सविमोक्खं अह मोक्खं जेण पावेमि // 254 // सिद्धाण णमोकारो करेमु भावेण कम्मसुद्धाणं / . भवसयसहस्सबद्धं धंतं कम्मिंधणं जेहिं . // 255 // सिझंति जे वि संपइ सिद्धा सिझिंसु कम्मखययाए / ताणं सव्वाण नमो तिविहेणं करणजोएणं // 256 // जे केइ तित्थसिद्धा अतित्थसिद्धा व एक्कसिद्धा वा। अहवा अणेगसिद्धा ते सव्वे भावओ वंदे // 257 // जे वि य सलिंगसिद्धा गिहिलिंगे कह वि.जे कुलिंगे वा / तित्थयरसिद्धसिद्धा सामण्णा जे वि ते वंदे // 258 // इत्थीलिंगे सिद्धा पुरिसेण णपुंसएण जे सिद्धा / पत्तेयबुद्धसिद्धा बुद्ध-सयंबुद्धसिद्धा य // 259 // जे वि निसन्ना सिद्धा अहव निवण्णा ठिया व उस्सग्गे।। उत्ताणय-पासेल्ला सव्वे वंदामि तिविहेणं // 260 // 205